चुनाव जीतनें के बाद भी शपथ नही ले पायेंगे प्रधान जी, पढ़े पूरी खबर

FARRUKHABAD NEWS PANCHAYAT ELECTION Politics ZILA PANCHAYAT जिला प्रशासन

फर्रुखाबाद:(दीपक शुक्ला) जनपद में पंचायत चुनाव को लेकर 29 को मतदान और 2 मई को मतगणना होगी, लेकिन चुनाव जीतकर भी कई प्रधान शपथ नहीं पाएंगे। शपथ के लिए उनको एक-दो माह का इंतजार करना होगा। इस अवधि में उनकी कार्य परिषद के सदस्य निर्वाचित होने के बाद शपथ होगी। प्रधान पद के लिए तो खूब दावेदार मैदान में कूदे हैं, लेकिन ग्राम पंचायत सदस्यों की संख्या पर किसी ने गाैर ही नहीं फरमाया। कई ब्लाकों में तो यह सदस्य पद के हिसाब से काफी कम चुनाव लड़ रहे हैं।
जिले की 595  ग्राम पंचायतों में ग्राम पंचायत सदस्यों के 7316 पद हैं। कई गाँव जहाँ एक भी नामाकंन ग्राम पंचायत सदस्य के पद के लिए दाखिल नही हुआ| त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में नामांकन से ही स्पष्ट हो गया है कि प्रधान के चुनाव के बाद भी व्लाक कमालगंज के लगभग 10 ग्राम पंचायतों में ‘सरकार’ नहीं बन पाएगी। इन पंचायतों में ग्राम पंचायत सदस्य पद पर नामांकन ही नहीं हुए हैं। सदस्यों के बगैर कोरम पूरा नहीं माना जाएगा, ऐसी स्थिति में उस गांव के नवनिर्वाचित प्रधान किसी तरह का विकास कार्य नहीं करा सकेंगे।
विकास खंड कमालगंज में 118 ग्राम पंचायताे मे 10 ग्राम पंचायताे मे सदस्य पद के लिये एक भी नामाकंन नही किया गया|  118 ग्राम पंचायताे मे से लगभग दाे दर्जन वह ग्राम पंचायत है जिसमें सदस्यों का अभी से ही कोरम पूरा नही है| जिससे उनमे भी चुनाव जीतने के बाद प्रधान शपथ नही ले पायेंगे|
कमालगंज के इन गांवों में सदस्यों नें नही किया नामांकन
दुर्गूपुर,ऊगरपुर, सुल्तानपट्टी, बझेरा, मलिक पट्टी, रामपुर,मांझगाँव, चुनूपुर गढिया, चाैकी महमदपुर, हिसामपुर, पताैजा, महरूपुर खार, रायपुर आदि गांव मे सदस्य पद के लिये काेई नामाकंन नही किया गया| लिहाजा यहाँ प्रधान जीतनें के बाद भी शपथ नही ले पायेंगे|
उपेक्षा से पैदा हुए हालात
ग्राम सदस्य के पद रिक्त रहने का मुख्य कारण पंचायत के विकास का खाका तैयार करने में उनकी उपेक्षा है। निवर्तमान ग्राम पंचायत सदस्य सुरेश सिंह का कहना है कि पूरे पांच साल कहीं भी उनकी सलाह नहीं ली गई। निवर्तमान ग्राम पंचायत सदस्य वीरसिंह ने कहा कि सदस्यों को प्रधान ने तवज्जो ही नहीं दी। किसी बैठक में राय नहीं ली गई। जब कोई महत्व ही नहीं है तो कोई इस पद पर चुनाव क्यों लड़े। वैसे, सदस्य पद मात्र दिखावा ही रहता है। ग्राम प्रधान के पक्ष का होने पर कभी कभार बैठक में बुला भी लिया जाता है, विपक्षी सदस्यों को तो कभी पूछा तक नहीं जाता। पंचायत सचिव बैठकों की कोई जानकारी नहीं देते हैं। सदस्य केवल नाम का होता है।
कोरम बिना नहीं हो पाएंगे विकास कार्य
नियमावली के अनुसार ग्राम पंचायत सदस्यों के दो तिहाई निर्वाचित न होने पर प्रधान की शपथ नहीं हो पाएगी। कोरम पूरा न हो पाने से पंचायत के काम आरंभ नहीं हो पाते हैं।  समितियों के गठन के बगैर कुछ नहीं कराया जा सकता है।
खंड विकास अधिकारी कमालगंज राजेश बघेल नें जेएनआई को बताया कि बिना कोरम पूरा हुए प्रधान शपथ नही ले सकते| लिहाजा जिन ग्राम पंचायतों में सदस्य नही है या कोरम पूरा नही है उनके लिए उप चुनाव की तारीखे आनें पर पुन: नामाकंन कराकर कोरम पूरा कराया जायेगा| इसके लिए जीते हुए प्रधान को इंतजार करना होगा|                                                                                                                               (मुईद खां संवाददाता कमलागंज)