फर्रुखाबाद: शासन द्वारा बनायी गयी जेलों की सुरक्षा व सुधार समिति के सदस्यों ने जिला व सेन्ट्रल जेल का निरीक्षण कर सुधार का सुरक्षा सम्बन्धित मानकों को देखा और जेल कर्मियों के सुझावों को भी नोट किया| उन्होंने कहा कि जेलों में आज सुरक्षा मानकों के लिये नई तकनीकी के इस्तेमाल हो इसके लिये शासन को सुझाव दिये जायेंगे|
गुरुवार को दोपहर सुरक्षा एवं सुधार समिति के अध्यक्ष पूर्व पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह, पूर्व अपर महानिदेशक कारागार हरीशंकर सिंह व अपर महानिरीक्षक कारागार डॉ० शरद कुलश्रेष्ठ ने सेन्ट्रल जेल पंहुचे| उनके साथ एसपी अतुल शर्मा भी आ गये| पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने जेल गेट पर खड़े होकर एसपी को अपना मोबाइल दिया और उनसे फोटो खिचाया| इसके बाद वह सेन्ट्रल जेल के भीतर गये| एसपी बाहर से ही लौट गये|
तकरीबन एक घंटे के बाद वह जेल में भ्रमण करने के बाद वह बाहर निकले| उन्होंने बताया की प्रदेश में जो महत्वपूर्ण जेल है उनका दौरा सुरक्षा एवं सुधार समिति करेगी| इसकी रिपोर्ट दो महीने में शासन को देगी| उन्होंने बताया कि जेलों में झमता से अधिक बंदी बंद है| वही बंदी रक्षकों की संख्या भी कम है| कम बंदी रक्षक होने की दशा में आअज के दौरा में सीसीटीवी कैमरों की पर्याप्त व्यवस्था हो ताकि एक पुलिस कर्मी ही कई लोगों पर नजर रख सके | उन्होंने कहा कि सीसीटीवी से जेल के भीतर या बाहर जाने वाली हर चीज पर नजर रखी जा सकेगी| वही बंदियों की वीडियों कांफ्रेंस को और प्रभावी बनाया जायेगा|
उन्होंने कहा की अभी वार्ता चल रही की यदि जरूरी हुआ तो जेल मैनुअल व जेल अधिनियम में भी बदलाव किया जायेगा| इस दौरान डी आईजी जेल वीपी त्रिपाठी, जेलर पीके सिंह, उप कारापाल सीपी चंदेला आदि रहे|