मेरापुर थानाध्यक्ष व चौकी इंचार्ज सहित 7 के खिलाफ हत्या का आरोप

CRIME FARRUKHABAD NEWS POLICE

फर्रुखाबाद: पुलिस हिरासत में आरोपी की मौत पर परिजनों ने आक्रोश व्यक्त हो गया| उन्होंने पोस्टमार्टम घर पर ही थानाध्यक्ष मेरापुर व चौकी इंचार्ज सहित 7 पुलिस कर्मियों के खिलाफ तहरीर दी गयी है|
मृतक के भाई रविन्द्र सिंह पुत्र हीरालाल निवासी नगला गंजी मजरा कुढ़ा नयागाँव एटा ने तहरीर में कहा है कि उनका बड़ा भाई विजेंद्र सिंह एक पंचायत में ग्राम गनेशपुर मेरापुर गये थे| उसी दिन शाम 7 बजे पंचायत के दौरान ही थानाध्यक्ष मेरापुर देवेन्द्र गंगवार, अचरा चौकी इंचार्ज शीलेश गौतम व चार-पांच अज्ञात सिपाहियों के साथ आ गये| उन्होंने लोकेश पुत्र रमेश चन्द्र निवासी गनेशपुर मेरापुर के कहने पर पुलिस वालों ने विजेंद्र को मारते-पीटते हुये जबरिया गाड़ी में डाल लिया एवं थाने लेकर बंद कर दिया|
पुलिस कर्मियों द्वारा लगातार प्रताड़ित किया गया| इस दौरान मृतक का भाई रविन्द्र, मदनपाल, उदयवीर सहित घर वाले थाने पर आते रहे| लेकिन उसके भाई को नही छोड़ा| 26 अप्रैल 2018 जब रविन्द्र थाने गया तो उसके भाई आरोपी विजेंद्र ने बताया की थानाध्यक्ष व चौकी इंचार्ज व अन्य पुलिस के सिपाही मुझे रात-रात भर मारते है| जब इस सम्बन्ध में थानाध्यक्ष से कहा गया तो थानाध्यक्ष ने गाली-गलौज कर भागा दिया| 27 मई 2018 को दोपहर दो बजे उसके गाँव के प्रधान बलराम सिंह द्वारा सूचना दी गयी कि तुम्हारे भाई विजेंद्र की मौत हो गयी है| लाश थाना मेरापुर में रखी है|
जब परिजन मेरापुर थाने पंहुचे तो लाश मौके पर नही मिली| परिजनों ने आरोप लगाया की थानाध्यक्ष व चौकी इंचार्ज ने थर्ड डिग्री देकर उसकी हत्या कर दिये जाने का आरोप लगाया| एसडीएम सदर अजीत सिंह पोस्टमार्टम में पंहुचे| उन्होंने बताया की तहरीर की जाँच कर कार्यवाही की जायेगी| शव का पैनल से पोस्टमार्टम कराया जा रहा है | व वीडियों ग्राफी भी होगी|
आरोपी तड़पता रहा पुलिस बचने के सक्ष्य जुटती रही
जिस समय अचरा चौकी इंचार्ज शीलेष गौतम पुलिस फ़ोर्स के साथ आरोपी को अपनी निजी कार से फतेहगढ़ ले जा रहे थे| तभी रास्ते में वह जख्मी हो गया| पुलिस उसे तत्काल अस्पताल ले जाने के की जगह अन्य लोगों के वयान इस बात के मोबाइल में लेती रही की घटना हुई की है| यदि समय रहते उसे अस्पताल लाया जाता तो शायद वह बच जाता| पुलिस ने पहले एम्बुलेंस का इंतजार किया| उसके बाद उसे 108 से सीएचसी भेजा|
तीन डाक्टरों के पैनल से हुआ शव का पोस्टमार्टम
जिलाधिकारी के आदेश पर तीन चिकित्सकों के पैनल डॉ० सुमित सिंह, डॉ० दीपक कटारिया, डॉ० नीरज ने शव का पोस्टमार्टम किया| सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मृतक बिजेंद्र के शव पर लगभग एक दर्जन चोटों के निशान मिले| वही सिर पर अत्यधिक गम्भीर चोट होने से हुये अत्यधिक रक्त बहाव से उसकी मौत होना बतायी गयी है|