फर्रुखाबाद: जिला बार एसोसिएशन के सामान्य सदस्य दीपक द्विवेदी एडवोकेट ने डीएसओ अंशिका दीक्षित द्वारा पहने गये कमल बने कपड़ों पर प्रशासन द्वारा स्पष्टीकरण मांगने पर कड़ी निंदा की है और कहा है कि इस तरह से तो साइकिल, हैन्डपम्प व चारपाइयों को भी पुलिस को सीज कर देना चाहिए।
दीपक द्विवेदी द्वारा जारी किये गये प्रेसनोट में कहा गया है कि सत्ता के दबाव में प्रशासन ने तानाशाही पूर्ण कदम उठाया है। आचार संहिता का दुरुपयोग किया जा रहा है। बताते चलें कि बीते दिन डीएसओ अंशिका दीक्षित के द्वारा पहने गये कपड़ों पर कमल के फूल छपे थे। जिस पर कुछ लोगों के एतराज के बाद जिला प्रशासन ने स्पष्टीकरण तलब कर लिया। दीपक द्विवेदी ने मामले पर कहा है कि इस तरह से तो सार्वजनिक सड़क पर चलने वाली समस्त साइकिलों को सीज कर देना चाहिए। इसी प्रकार आवंटित चुनाव चिन्ह, कप प्लेट, क्रेन, चकला बेलन, आटो, चारपाई के प्रयोग को भी प्रतिबंधित कर देना चाहिए।
उन्होंने कहा है कि डीएसओ द्वारा पहने गये कपड़ों का रंग बसपा के झण्डे के रंग की तरह था। बीजेपी के झण्डे के रंग का नहीं था। देश में पंजीकृत व अपंजीकृत सैकड़ों राजनीतिक दल हैं जो किसी न किसी झण्डे का प्रयोग करते हैं। इस प्रकार तो समस्त रंगीन कपड़े पहनने वालों पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए। उन्होंने तर्क दिया है कि कमल का फूल एक दल विशेष का चुनाव चिन्ह न होकर भारत का राष्ट्रीय पुष्प भी है। उन्होंने इस कार्यवाही की आलोचना की है।