सेन्ट्रल जेल से कैदी ने किया फोन!, दो बंदी रक्षक निलंबित

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central-jailफर्रुखाबाद: बीते दिन सेन्ट्रल जेल में हत्या में मामले में बंद कैदी ने जिले के एक आला अधिकारी को फोन कर अपनी पीड़ा बतायी तो अधिकारी के होश उड़ गये| उनके निर्देश पर जेल अधीक्षक ने तलाशी लेकर बंदी के पास से दो मोबाइल फोन बरामद कर लिये| जिससे ड्यूटी पर तैनात दो बंदी रक्षको को निलंबित कर दिया गया है|

जेल सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सेन्ट्रल जेल में बंद रामनरायन गुप्ता पुत्र बालूराम गुप्ता निवासी अतर्रा बाँदा ने मोबाइल से जिले के एक बड़े अधिकारी को मोबाइल फोन कर कहा कि वह जेल के अस्पताल चक्र में बंद है| उसकी तबियत खराब है उसका ठीक से इलाज नही कराया जा रहा है| जेल के अन्दर से कैदी के फोन करने से प्रशासन में हडकंप मच गया| बड़े अधिकारी के फोन पर जेल अधिकारियो ने कैदी कि तलाशी ली तो मौके से दो मोबाइल बरामद हुये| घटना में अपना गला फंसता देख जेल अधीक्षक ने ड्यूटी पर तैनात बंदी रक्षक मो० इस्माइल व संजीव कुमार सारस्वत को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया|

जेलर सुनीत कुमार सिंह ने बताया कि किसी अन्य व्यक्ति के द्वारा जिलाधिकारी के सीयूजी फोन पर सूचना दी गयी कि जेल में बंद बंदी रामनरायन गुप्ता के साथ किसी कैदी ने मारपीट कर दी है| जिस पर डीएम के निर्देश पर मौके पर जाकर जेल अधीक्षक ने जाँच कि में बंदी रक्षको कि लापरवाही पायी गयी| जिन्हें अधीक्षक ने निलंबित कर दिया है| फोन जेल से नही किया गया था|
बंदी रक्षक बनाये गये बली का बकरा
घटना के बाद कुछ बंदी रक्षको ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि जेल में बंदी मोबाइल रखते है लेकिन उसे पकड़ें का उनको अधिकार नही है| अधिकारी ही पैसे लेकर मोबाइल चलबाने की इजाजत देते है| यदि कोई नदी रक्षक मोबाइल उनकी बिना अनुमति पकड़ भी लेता है तो उल्टी उनकी ही क्लास लगा दी जाती है| लेकिन जब कोई कार्यवाही होती है तो बंदी रक्षको को ही निलम्बित किया जाता है|
जेलर सुनीत कुमार सिंह ने बताया कि किसी अन्य व्यक्ति के द्वारा जिलाधिकारी के सीयूजी फोन पर सूचना दी गयी कि जेल में बंद बंदी रामनरायन गुप्ता के साथ किसी कैदी ने मारपीट कर दी है| जिस पर डीएम के निर्देश पर मौके पर जाकर जेल अधीक्षक ने जाँच कि में बंदी रक्षको कि लापरवाही पायी गयी| जिन्हें अधीक्षक ने निलंबित कर दिया है| फोन जेल से नही किया गया था|

पांच महीने पहले भी इसी कैदी ने जेल अधिकारियो पर लगाये थे गम्भीर आरोप

जेल में बंद कैदी रामनरायन गुप्ता ने बीते 10 नबम्बर 015 कोअधिकारियो को लिखित शिकायत में कहा था कि उसे जेल में उसकी हत्या किये जाने का खतरा है| उसके लिखे गये पत्र में कहा था कि उसके रिश्तेदार उपजेलर अंजनी कुमार गुप्ता पूर्व में सेन्ट्रल जेल में तैनात थे| उनके ऊपर एक कैदी ने गलत आरोप लगाकर दबाब बनाने की कोशिश की थी| यह बात उसे जेल के कुछ लोगो के द्वारा मालूम पड़ी थी| जिस कारण उसकी हत्या का प्रयास किया जा रहा है| उसने बताया कि वह नैनी सेन्ट्रल जेल से में आजीवन कैद की सजा काट रहा था| जिसके बाद उस पर झूठा आरोप लगाकर उसे सेन्ट्रल जेल फतेहगढ़ सेन्ट्रल जेल भेज दिया गया| फतेहगढ़ जेल के जेलर व उप जेलर ने उसको जमकर पिटवाया और कैदियों के द्वारा प्रताड़ित किया| जा रहा है| कैदी ने अपने मुंह में भी समस्या होने की बात कही है| उस समय जेलर सुनीत कुमार सिंह ने बताया था कि कैदी नैनी जेल से तबादले पर सेन्ट्रल जेल आया है| इसी लिये वह इस तरह के गलत आरोप लगाकर नैनी जेल जाने का प्रयास कर रहा है|