अलीगढ़ में तनावपूर्ण माहौल में आधा दर्जन हिरासत में,महापंचायत निरस्त

FARRUKHABAD NEWS

अलीगढ़;ताला नगरी में ढाई वर्ष की बालिका की नृशंस हत्या के बाद से माहौल में तनाव बना है। लोगों में हत्या को लेकर काफी रोष है। चार आरोपितों की कल गिरफ्तारी होने के बाद भी लोगों का गुस्सा शांत नहीं हो रहा है। सोशल मीडिया पर चल रहे अभियान के तहत आज टप्पल चलो आह्वान पर जिला तथा पुलिस प्रशासन हाई अलर्ट पर है। टप्पल में बजार बन्द है।
मासूम की हत्या के बाद टप्पल में दहशत व तनाव है। सोशल मीडिया पर किए गए ‘टप्पल चलो’ आह्वान को लेकर रात ही सीमा सील कर दी गईं। सुबह से  हर तरफ पुलिस तैनात है। बाजार बंद हैं। टप्पल जा रहे हिंदू मंच के कार्यकर्ताओं को जलालपुर पुलिस चौकी पर रोक दिया गया। माहौल खराब न हो इसलिए पीएसी व आरएएफ के अलावा अलीगढ़ रेंज से फोर्स बुलाया गया है।
अलगीढ़ में ढाई वर्ष की बच्ची की हत्या को लेकर आज बुलाई गई महापंचायत को रद कर दिया गया है। पुलिस ने पीडि़त परिवार और आरोपी के घर से 200 मीटर पहले ही बेरीकेडिंग कर दी है। इसके साथ ही धारा 144 के उल्लंघन पर छह लोगों को हिरासत में लिया है। विश्व हिंदू परिषद की नेता साध्वी प्राची को भी अलीगढ़ की सीमा के बाहर ही रोका गया है।
जिला प्रशासन किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। डीएम चंद्र भूषण सिंह कल पीडि़त परिवार के पास करीब एक घंटा तक मिलने के बाद आज शहर के भ्रमण पर हैं। जिले में सभी हिंदूवादी संगठनों से भी माहौल शांतिप्रिय बनाने की अपील की गई है। इसके साथ ही अफवाह फैलाने वालों पर भी नजर रखी जा रही है।
एसएसपी आकाश कुलहरि ने चेताया कि अगर कोई अफवाह फैलाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करता है या शांति भंग करने का प्रयास करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। डीएम-एसएसपी खुद नजर रखे हुए हैं। प्रशासनिक अधिकारियों ने बड़ी संख्या में उन लोगों के मोबाइल नंबर एकत्रित किए हैं, जो सोशल मीडिया पर चल रहे टप्पल चलो के मैसेज फॉरवर्ड कर रहे हैं। इन लोगों को फोन कर टप्पल न आने के लिए चेताया जा रहा है।  वहीं, आरोपितों को फांसी की मांग को लेकर जिले में कई स्थानों पर कैंडल मार्च की तैयारी चल रही है।
टप्पल में प्रदर्शन, साध्वी प्राची को लौटाया
टप्पल में तनाव कम नहीं हो पा रहा। साध्वी प्राची को जेवर से ही पुलिस ने लौटा दिया। वे टप्पल आना चाहती थीं। वहीं, आरोपितों को फांसी की मांग को लेकर जेवर में लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है। कई मार्गों पर पुलिस ने फ्लैग मार्च किया है।
अलीगढ़ के टप्पल में बालिका की हत्या के बाद तनाव बना हुआ है। आज सोशल मीडिया पर हुए 9 जून को टप्पल चलो आह्वान को लेकर सीमा सील की गईं हैं। सोशल मीडिया यूजर्स ने बच्ची को न्याय दिलाने के लिए नौ जून को टप्पल पहुंचकर धरना-प्रदर्शन का आह्वान किया है। इसके लिए फेसबुक, ट्विटर, वाट्सएप के माध्यम से लगातार पोस्ट हो रही हैैं। पोस्ट एक दर्जन से अधिक लोगों ने शेयर की है। रौंगटे खड़े करने देने वाली वारदात के खिलाफ अलीगढ़ में हिंदू महासभा के लोग भी सड़कों पर उतरे और मुस्लिम समाज भी।अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने भी आरोपियों को सूली पर चढ़ाने की मांग की।
इसे लेकर खुफिया एजेंसियां भी हाई अलर्ट पर हैं। जिले में बड़ी संख्या में आरएएफ व पीएसी तैनात है। पुलिस टप्पल चलो आह्वान से जुड़े लोगों को फोन कर चेता रही है। इसके साथ ही आज आरएएफ के साथ पीएसी ने भी फ्लैग मार्च किया। आज कोई टप्पल न जाए, इसके लिए पुलिस अपने स्तर से प्रयास में लगी है। शांति-व्यवस्था को कायम रखने के लिए आधा दर्जन बड़े अफसरों की ड्यूटी लगाई गई है। 2 एडीएम और 4 एसडीएम सहित 7 अफसरों को तत्काल प्रभाव से तैनात किया गया है।
शहर में गुस्सा, सड़कों पर युवा
टप्पल में बालिका की मौत को लेकर रोष बढ़ता जा रहा है। शहर में आक्रोश है। आरोपितों को फांसी की मांग को लेकर युवाओं की ओर से रविवार को भी कैंडल मार्च निकाले जाएंगे। दैनिक जागरण की ओर से बच्ची को श्रद्धांजलि देने के लिए दीपदान का आयोजन शाम को किया जाएगा, जिसमें सामाजिक संगठनों के लोग भी शामिल होंगे।
जांच रिपोर्ट का इंतजार
टप्पल में बालिका की हत्या से पहले दुष्कर्म हुआ या नहीं, यह घटना के आठ दिन बाद भी प्रशासन स्पष्ट नहीं कर सका है। प्राथमिक जांच में दुष्कर्म की पुष्टि न होने का दावा करने वाले अधिकारी फोरेंसिक जांच रिपोर्ट का भी इंतजार कर रहे हैं। लेकिन तीन दिन में मिलने वाली यह रिपोर्ट अभी तक तैयार ही नहीं हो सकी।
अलग-अलग बैरक में आरोपित
हत्या के सभी चारों आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इन्हें जेल में अलग-अलग बैरक में रखा गया है। इन पर सख्त निगाह है। इनसे किसी को मिलने भी नहीं दिया जा रहा।
शहर के लेकर गांव तक गुस्सा
टप्पल की घटना को लेकर गांवों से लेकर शहर तक गुस्सा है। देशभर में इस घटना की निंदा हो रही है। टप्पल में बच्चों ने कैंटल मार्च निकाला। इसमें बड़े भी शामिल हुए। इसके अलावा जिलेभर में अनेक स्थानों पर कैंडल जलाई गईं। ब्राह्मण विचार सेवा संस्थान अचलताल रामलीला मैदान से रोष मार्च निकालेगा। अध्यक्ष रामकुमार भारद्वाज ने कहा कि विप्र समाज के सभी संगठन इसमें बढ़चढ़कर भाग लें। संस्थान हत्यारों को फांसी पर लटकाने की मांग करेगा।
कैंडल जलाकर मासूम को श्रद्धांजलि
एएमयू कैंपस में कैंडल जलाकर टप्पल की घटना पर रोष जाहिर किया गया। प्रशासनिक ब्लॉक पर रजिस्ट्रार ऑफिस के सामने पीएचडी में दाखिले के लिए धरना दे रहे युवक व युवतियों ने कैंडल जलाकर बच्ची को श्रद्धांजलि दी। मांग की कि इस तरह की घटनाएं रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की जाए। कातिलों को कड़ी सजा मिले। स्थानीय नेता हिंदू-मुस्लिम की राजनीति कर मामले को सांप्रदायिक न बनाएं। मार्च में आसिफ अली, आदिल फारुकी, आकिब खुर्शीद, मिशवा, मोहम्मद फराज, सऊद आदि मौजूद रहे।
हेल्पिंग हैंड सोसाइटी का कैंडल मार्च आज
हेल्पिंग हैंड सोसाइटी शनिवार शाम साढ़े छह बजे कैंडल मार्च निकालेगी। अध्यक्ष जयगोपाल वीआइपी ने कहा कि मासूम बेटी को श्रद्धांजलि देने के लिए पदाधिकारी बारहद्वारी पर एकत्रित हों।श्रद्धांजलि देने के लिए बदलें वॉट्सएप स्टेटस
सोशल मीडिया मासूम को श्रद्धांजलि देने का सिलसिला चल रहा है। लोगों ने वाट्सअप ग्रुपों पर गुस्सा जाहिर किया है। महेंद्र नगर निवासी कौशल कुमार गौड़ ने आह्वान  किया है कि लोग 24 घंटे के लिए वॉटसएप स्टेटस बदल लें। उन्होंने बच्ची की तस्वीर के साथ डिजाइन भी डाला है। उनके सुझाव को सैकड़ों फॉलोवरों ने लाइक किया है।
घटना क्रूरता की परिचायक
टप्पल में मासूम बेटी के साथ हुई दर्दनाक घटना क्रूर मानसिकता का परिचायक है। यह कहना है ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा का। उन्होंने बताया कि सरकार ने एसआइटी का गठन कर जांच शुरू कर दी है। जांच पीडि़त परिवार की इच्छा के अनुसार ही होगी। उन्होंने ब्रज में पर्यटन पुलिस मिलने और बंदर सफारी बनाने की योजना की भी जानकारी दी। शनिवार को यहां पत्रकारों से रूबरू ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने टप्पल कांड की कड़े शब्दों में निंदा की। शर्मा ने कहा कि आरोपितों को जल्द सजा दिलाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाया जाएगा।
टप्पल में बच्ची की हत्या के आरोपितों को मिले फांसी : राकेश टिकैत
सम्भल में भाकियू नेता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि टप्पल में बच्ची की निर्मम हत्या करने वालों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। यह ऐसा जघन्य अपराध है, जिसे क्षमा नहीं किया जा सकता। ऐसे आरोपितों का केस लडऩे से अधिवक्ता भी दूरी बनाएं रहें। कल भाकियू अराजनैतिक के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत गांव वहीपुर में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने आए थे।