कन्नौज:कोरोना वायरस को लेकर घोषित लॉकडाउन के बीच कुछ लोगों ने सरकारी आवास में घुसकर तहसीलदार पर हमला कर दिया। लाठी-डंडों से पीटकर उन्हें जख्मी कर दिया। तहसीलदार ने सांसद पर समर्थकों के साथ मिलकर मारपीट करने का आरोप लगाया है। सूचना पर पुलिस अफसरों और डीएम ने आवास पर पहुंचकर हाल लिया और हमलावरों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
एसडीएम ने कहा, हमलावरों को तहसीलदार ही पहचान सकते है
मंगलवार की दाेपहर सदर तहसीलदार अरविंद कुमार अपने आवास पर थे। इस बीच 10-15 हमलावर उनके आवास में घुस आए। इससे पहले कुछ समझ पाते हमलावरों ने उन्हें लाठी-डंडों से उन्हें पीटना शुरू कर दिया। तहसीलदार जान बचाकर भागे तो हमलावरों ने सदर तहसील कार्यालय तक दौड़ा दौड़ा कर पीटा।इसके बाद हमलावर फरार हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही डीएम राकेश कुमार मिश्रा और एसपी अमरेन्द्र प्रसाद मौके पर पहुंचे। तहसीलदार ने अफसरों काे चोंट दिखाते हुए पूरी जानकारी दी। अफसरों ने प्रकरण की जांच कराने की बात कही है। वहीं इस बारे में एसडीएम का कहना है कि घटना की जानकारी तहसीलदार ने दी है। उन्हाेंने 20-25 लोगों द्वारा आवास में घुसकर पीटने की जानकारी दी है, कौन लोग थे उन्हें तो तहसीलदार ही पहचान सकते हैं। वहीं दूसरी ओर सांसद सुब्रत पाठक का कहना है कि सभी आरोप बेबुनियाद हैं। उनके कुछ लोग तहसीलदार से मिलने गए थे, जहां आवास में तहसीलदार ने उन लोगों पर हमला कर घायल कर दिया।
तहसीलदार ने बताई ये बात
तहसीलदार अरविंद कुमार का कहना है कि माननीय सांसद जी का फोन आया था, उन्होंने कहा कि एक सूची भेजी थी उसमें राशन वितरण नहीं हुआ है। मैंने कहा वो सूची नायब साहब को दी थी, वो सभी लोगों चिह्नित कराकर राशन उपलब्ध करा रहे हैं। इसपर सांसद जी ने कहा किसी भी व्यक्ति को नहीं दिया गया है तो मैंने कहा नायब साहब सूची से वितरित किए हैं, जो बचेंगे उन्हें भी वितरित करा दिया जाएगा, अभी मैं जानकारी करके दस मिनट में बता रहा हूं। इतना कहने पर सांसद जी गाली गलौज करने लगे और बोले तहसील में कहां बैठे हो अभी मैं आ रहा हूं।
इसके बाद मैंने डीएम और एडीएम साहब को सांसद जी द्वारा फोन पर की गई अभद्रता करने और तहसील में आकर मारने की धमकी दिए जाने की जानकारी दी। एसडीएम साहब ने मुझे कार्यालय से हट जाने को कहा तो मैं आवास पर चला आया। इसके बाद आवास में गेट तोड़ते हुए करीब 30-35 लोगों के साथ सांसद जी दरवाजा पीटने लगे।
मेरी पत्नी व बच्ची अंदर रोने लगीं तो मैं भी डर गया कि कहीं अंदर न घुसकर बदत्मीजी करें। इसपर मैं दरवाजा खोलकर बाहर आ गया तो बाहर सांसद जी मेरी कुर्सी पर बैठे थे। सांसद जी ने कहा मेरी सूची से वितरण क्यों नहीं किया तो मैंने कहा करा रहा हूं, इसपर मेरा मोबाइल छीनकर सांसद जी मुझे थप्पड़ से पीटने लगे और समर्थकों ने मुझे गिरा गिराकर पीटा।