प्रयोगशाला पर ताले, अंधेरे में तीर चला रहे डाक्टर, मरीजों की जान से खिलवाड़

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शमशाबाद (फर्रुखाबाद): प्रदेश में डाक्टरों की कमी से स्वास्थ्य व्यवस्था का बुरा हाल है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित अधिकतर स्वास्थ्यकेन्द्रों में डाक्टर व फार्मासिष्टों की बेहद कमी है। एसे में इन स्वास्थ्यकेन्द्रों में संविदा पर प्राइवेट डाक्टरों की भर्ती की गयी है। वहीं विकासखण्ड शमशाबाद क्षेत्र के फैजबाग स्थित सामुदायिक स्वास्थ्यकेन्द्र में बीते डेढ़ माह से डाक्टरों की संविदा समाप्त हो जाने से प्रयोगशाला बंद पड़ी है। जिससे यहां तैनात डाक्टर क्षेत्रीय मरीजों को अंदाज से ही बिना चेकअप किये दवाई देकर उनके जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं। जिसे कोई देखने वाला नहीं है। 

स्वास्थ्यकेन्द्र में तैनात डा0 रामजी भारद्धाज ने बताया कि प्रयोगशाला के संविदा डाक्टरों का रिनूवल न होने के कारण बीते 45 दिन से बंद पड़ी है। मरीजों का इस समय अस्पताल में चेकअप करने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। मरीजों को मलेरिया आदि की दवायें लक्षण देखकर ही दे दी जाती है।

अब ऐसे में कुछ मरीज तो ठीक हो जाते हैं वहीं कुछ सही न होने पर या तो  बाहर से जांच कराकर लाते हैं या फिर दूसरी जगह दवा लेने के लिए जाते हैं। अस्पताल में क्षेत्र से आने वाले लोगों को बिना रोग की जांच किये नीली पीली गोलियां देकर उनकी जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।