धर्म के आधार पर फतवा जारी करना खतरनाकः उमा

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शाही इमाम बुखारी के मुलसलमानों के सपा के पक्ष में वोट डालने के फतवे के बाद प्रदेश की राजनीति में हचलच मच गयी है। भारतीय जनता पार्टी कीफायरब्राण्ड नेता उमा भारती ने कहा कि वोट के लिए धर्म के आधार पर फतवे जारी करना देश के लिए खतरनाक है और समाजवादी पार्टी एवं कांग्रेस विधानसभा चुनाव में अपनी पराजय सुनिश्चित जानकर साम्प्रदायिक राजनीति पर उतर आयी हैं।

उमा भारती ने चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में सपा, बसपा और कांग्रेस की हार सुनिश्चित है। अपनी हार से डरी कांग्रेस जहां धर्म के आधार पर अल्पसंख्यकों को आरक्षण देने की बात कह रही है वहीं मुसलमान वोटों के लिए सपा मुस्लिम धर्मगुरुओं से फतवे जारी करवा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी डरे हुए हैं।

उमा भारती ने कहा कि कांग्रेस महासचिव को इस बात का एहसास है कि उत्तर प्रदेश में पार्टी की हार के बाद पूरे देश से कांग्रेस का सफाया हो जायेगा इसलिए कांग्रेस और राहुल किसी भी तरह अपनी सीटें बढाने के लिए अल्पसंख्यकों को आरक्षण का चारा फेंक रहे हैं जो पूरी तरह संविधान विरोधी है। उमा भारती ने कहा कि पहले मुलायम सिंह यादव और मायावती ने पिछड़ों और दलितों के आरक्षण की बात की लेकिन अब उन्हीं का हक मारकर मुसलमानों को आरक्षण देने की वकालत कर रहे हैं।

उन्होंने मुलायम यादव और मायावती से जानना चाहा कि क्या दलित और पिछडे उनके बंधुआ मजदूर हैं। उन्होंने पिछडों और दलितों का आह्वान किया कि वे अपने हक और वजूद के लिए माया और मुलायम को सबक सिखायें। उन्होंने जनता से अपील की कि वह भाजपा की सरकार बनाये तो उनकी सरकार सात दिनों में अपराधों पर अंकुश लगायेगी।