रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण पत्र तैयार,क्यूआर कोड स्कैन करके अतिथियों का होगा सत्यापन

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डेस्क:अयोध्या में बन रहे भव्य श्रीराम मंदिर में रामलला की 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण पत्र भेजे जाएंगे और अब पहले निमंत्रण पत्र की तस्वीरें भी सामने आ गई हैं।प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में कई वीवीआईपी लोग शामिल होंगे।अब इसके लिए लोगों को निमंत्रण पत्र भी भेजे जाएंगे। इस कार्यक्रम के लिए एक खास निमंत्रण पत्र तैयार किया गया है। लाल रंग के इस कार्ड पर भगवा रंग में मैसेज लिखा गया है। वहीं राम मंदिर भी बना है। श्री राम की तस्वीर भी इस कार्य में आपको देखने को मिलेगी।प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में आने वाले अतिथियों की सुरक्षा के लिए भी पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।

प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर भेजे जा रहे निमंत्रण पत्र पर क्यूआर कोड भी अंकित किया गया है ताकि आमंत्रित विशिष्टजन के वेश में कोई अवांछनीय तत्व कार्यक्रम स्थल एवं रामनगरी में प्रवेश न कर सके। सुरक्षाकर्मी इसे स्कैन कर अतिथि का सत्यापन करेंगे।

प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य आयोजन के दिन वीवीआइपी मूवमेंट के मध्य यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए स्पेशल कॉरिडोर बनाया जाएगा। यह कॉरिडोर अयोध्या एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन समेत अयोध्या के प्रमुख क्षेत्रों को वीवीआइपी मूवमेंट के दौरान आपस में जोड़ेगा।मंडलायुक्त ने बताया कि करीब आठ हजार आमंत्रित आगंतुकों की आवभगत की तैयारियों का रोड मैप बन रहा है। संत समाज के करीब पांच हजार लोग इस कार्यक्रम में आमंत्रित किए गए हैं,जो कि विभिन्न माध्यमों के जरिए यात्रा करके अयोध्या पहुंचेंगे। इसके अतिरिक्त आमंत्रित वीवीआइपी आगंतुकों के मूवमेंट समेत अन्य कार्यक्रमों के विवरणों को संकलित कर उचित संचालन की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी|

एडीजी जोन पीयूष मोर्डिया ने बताया कि क्यूआर कोड निमंत्रण पत्र चेक करने की प्रक्रिया से जुड़ा एक पक्ष है। सुरक्षा के साथ-साथ यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि महोत्सव में आने वाला प्रत्येक आमंत्रित अतिथि बिना किसी परेशानी के लिए मंदिर पहुंचे और सुगमता के साथ यहां से प्रस्थान करे|

जिलाधिकारी नितीश कुमार ने बताया कि आगंतुकों के रहने के लिए 500 रिहायशी भवनों को होम स्टे में बदला गया है। अयोध्या में 21-22 सौ कमरे होम स्टे के तौर पर श्रद्धालुओं व पर्यटकों के लिए होंगे, जिन्हें होली अयोध्या एप के माध्यम से आरक्षित कराया जा सकता है।