डेस्क:विपक्षी एकता के लिए पटना में चल रही महाबैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा-एनडीए के मुकाबले देश को विपक्ष का विकल्प देने की दिशा में बेशक चर्चा का मुख्य एजेंडा रहेगा। मगर यह भी हकीकत है कि विपक्ष की व्यापक गोलबंदी को परवान चढ़ाने में विपक्षी खेमे के दलों का कई मुद्दों पर आपसी अंतर्विरोध सबसे बड़ी बाधा है। इसलिए पहली बैठक में विपक्षी पार्टियों के शीर्षस्थ नेताओं के बीच न केवल इस अंतर्विरोध को थामने पर चर्चा होगी,बल्कि इससे जुड़े बिंदुओं को लेकर एक न्यूनतम राजनीतिक सहमति बनाने की पहल की जाएगी।