पालिकाध्यक्ष के वित्तीय अधिकार पर सांसद का ग्रहण

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) बुधवार को नगर पालिका फर्रुखाबाद की पहली बोर्ड बैठक हुई| जो हंगामे की भेट चढ़ गयी| विकास कार्यों के प्रस्ताव को तो हरी झंडी मिली लेकिन चेयरमैंन के वित्तीय अधिकार पर सांसद का ग्रहण लग गया| जिससे पालिकाध्यक्ष के वित्तीय अधिकार को लेकर रार हो गयी है |
फर्रुखाबाद नगर पालिका गठन के बाद बोर्ड की पहली बैठक तहसील सभागार में अध्यक्ष वत्सला अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई। सांसद मुकेश राजपूत,नगर विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी, एमएलसी प्रांशु दत्त द्विवेदी व सभाषदो की भागीदारी रही| अधिशाषी अधिकारी रविन्द्र कुमार ने जनप्रतिनिधियों व सभाषदो के प्रस्तावों का जवाब दिया, जबकि जेई आर के चतुर्वेदी ने सभी प्रस्ताव पढ़े। बैठक में 14 मुख्य प्रस्ताव, 51सभाषदो के प्रस्ताव व सभासदों के पूरक प्रस्ताव भी पढ़े गए। सांसद मुकेश राजपूत ने पालिकाध्यक्ष के वित्तीय अधिकार के प्रस्ताव पर विरोध दर्ज कराया| उन्होंने कहा की पालिकाध्यक्ष को वित्तीय अधिकार नही मिलना चाहिए| इसके लिये पांच सदस्यीय कमेटी बने और उनके द्वारा अनुमोदन के बाद ही पालिकाध्यक्ष के हस्ताक्षर होकर बजट स्वीकृत हो| सांसद के प्रस्ताव के बाद पालिकाध्यक्ष के वित्तीय अधिकार पर फिलहाल ग्रहण लग गया है| रेलवे रोड का चौड़ीकरण कराकर बीच में डिवाइडर बनाकर बिजली का खंभे लगाने, पार्थिव शरीर को सुरक्षित रखने हेतु 6 नग मोर्चरी फ्रिजर क्रय करने, दो नए शव मोक्ष वाहन क्रय करने, नगर को 12 जोन में बांटकर पेयजल की व्यवस्था करने, मुख्य तिराहों चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल की व्यवस्था करने, नगर के जलभराव समस्या से निपटने के लिए अंडर ग्राउंड नालों का निर्माण,बढ़पुर स्थित तालाब का सौंदर्यीकरण जिसके लिए राज्य सरकार के पास से डीपीआर 1.76 करोड़ की पास हो गई है। नगर में सीसीटीवी कैमरा स्थापित करते हुए उसका कंट्रोलरूम भी स्थापित किया जाएगा। नगर में 100 हैंडपंप नये स्थापित करने, चूना छिड़काव विभिन्न पर्वो हेतु व्यवस्था करने, 55 नलकूपों की मरम्मत करने की व्यवस्था करना शामिल है। सभाषदो ने सभी पुराने प्रस्ताव को रद्द करने वर्तमान प्रस्तावो पर काम करने पर अपनी रजामंदी दी। सांसद, विधायक, एमएलसी ने भी कई अपने सुझाव दिए। विधायक मेजर सुनील दत्त ने हर माह बोर्ड की बैठक करने का सुझाव दिया पर अध्यक्ष वत्सला अग्रवाल ने न्यूनतम बजट में हर माह बैठक करने को ओचित्यहीन बताया। राष्ट्र गान के साथ बैठक के समापन हुआ।