सम्पूर्ण समाधान दिवस में 302 शिकायतों में 262 फरियादी लौटे मायूस

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फर्रुखाबाद:(कायमगंज/नगर/अमृतपुर संवाददाता) जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह नें तहसील कायमगंज में सम्पूर्ण समाधान दिवस में शिकायतों को सुना| इसके साथ ही सदर व अमृतपुर तहसील में भी समाधान दिवस का आयोजन किया गया| जिलाधिकारी नें तहसील दिवस में आयी शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने के निर्देश दिये|
अमृतपुर तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन  एसडीएम बिजेंद्र कुमार की अध्यक्षता में आयोजित किया गया| जिसमे कुल 40 शिकायतें आयी| जिसमे से केबल 5 का निस्तारण हो सका| खंड विकास अधिकारी श्रीप्रकाश उपाध्यय, एबीएसए रमेश चन्द्र जौहर, थानाध्यक्ष राजेपुर देवेन्द्र गंगवार व थानाध्यक्ष अमृतपुर जसबंत सिंह आदि रहे|
सदर तहसील में मुख्य विकास अधिकारी डॉ० राजेन्द्र पैंसिया की अध्यक्षता में तहसील दिवस का आयोजन किया गया| जिसमे मुख्य रूप से कुल 87 शिकायतें आयी जिसमे मात्र 9 को न्याय मिल सका| विकास खंड शमसाबाद के ग्राम चन्दन सिंह पुत्र जोगेंद्र सिंह नें सीडीओ से शिकायत करते हुए कहा कि प्राथमिक विद्यालय से लगी हुई ग्राम सभा की कृषि योग्य भूमि है| विद्यालय के कुछ पदाधिकारियों और गाँव के लोगों की मिली भगत से गाँव के ही भूरेलाल पुत्र रामरतन व रामशरण पुत्र रामदास को निर्माण करने की अनुमति दे दी| जिससे गाँव में तनाव है| जिस पर सीडीओ नें कार्यवाही के निर्देश दिये| फतेहगढ़ के चौरासी मोहल्ला निवासी तकरीबन दो दर्जन लोगों नें तहसील दिवस में सरकारी रास्ते में दीवार बनाकर रास्ता कब्जा किये जाने की शिकायत की| तहसीलदार राजू कुमार आदि रहे|
जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह नें तहसील कायमगंज में सम्पूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता की| जिसमे जिलाधिकारी के सामने कुल 175 शिकायतें पंहुची| जिसमे 26 को मौके पर न्याय मिला|
जिलाधिकारी ने समस्त अधिकारियो को निर्देशित करते हुए कहा कि शिकायत निस्तारण में गुणवत्ता को सुधारा जाए। निस्तारण अधिकार क्षेत्र में न होने पर शिकायत कर्ता को सही जानकारी उपलब्ध कराई जाए, ताकि शिकायत कर्ता बार-बार शिकायत न करें और शिकायतों की संख्या में कमी लायी जा सके।
तीनो तहसील दिवस में 302 शिकायतों में केबल 40 को मिला न्याय
तहसील कायमगंज, सदर और अमृतपुर में सभी सरकारी हुक्मरानों के सामनें कुल 302 शिकायतें पंहुची| जिसमे से केबल 40 को मौके पर न्याय मिल सका| जबकि 262 भरोसे का लालीपॉप चूसकर लौट गये|