मेरठ: ढाई लाख के इनामी हिस्ट्रीशीटर बदन सिंह बद्दो की कोठी को तोड़ने के लिए गुरुवार को पंजाबी पुराने बुल्डोजर और लेबर पहुंच गई। बुल्डोजर कोठी तक ले जाने के लिए मुख्य गेट का कुछ हिस्सा तोड़ दिया गया है। कोठी को जमींदोज करते हुए देखने के लिए पंजाबी पुराने आसपास के लोगों की भीड़ अपनी छतों पर मौजूद है। बड़ी संख्या में कॉलोनी के लोग ने कहा कि कोठी के धराशाई होने से उन्हें कोई एतराज नहीं है लेकिन उनकी सुरक्षा के मद्देनजर पंजाबी पूरा कॉलोनी में प्रवेश के लिए एक दीवार को छोड़ दिया जाए। स बीच कोठी तक पहुंचने के लिए बुल्डोजर से पड़ोसी की दीवार गिरा दी। एमडीए के अफसरों ने बद्दो के पड़ोसी विश्व बंधु को दोबारा दीवार बना कर देने का भरोसा दिलाया। उसके बाद ही दीवार गिराई गई। दीवार गिराने के बाद जल्दी ही बद्दो कोठी जमींदोज करने की कार्रवाई शुरू होगी।
भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद
ढाई लाख के इनामी बदन सिंह बद्दो की फरारी के बाद पुलिस ने पहले कुर्की की कार्रवाई थी उसके बाद कोठी को जमींदोज करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। दो बुल्डोजर और लेबर मौके पर पहुंच चुकी है। सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल और एमडीए की टीम भी मौके पर पहुंच गई है। मुख्य गेट का कुछ हिस्सा तोड़कर बुलडोजर अंदर प्रवेश कर गए। जल्द ही बद्दो की कोठी तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। कोठी को जमींदोज होते देखने के लिए आसपास के लोगों की भारी भीड़ जमा है। मेरठ के प्रशासनिक अफसरों ने इसके लिए पहले से ही तैयारियां कर ली है। सुबह नौ बजे से ही पुलिस बल और अफसर बद्दो की कोठी को जमींदोज करने के लिए पहुंच गए थे। शहर के पंजाबीपुरा स्थित कोठी पर बुल्डोजर चला दिया गया। उसके लिए मेरठ विकास प्राधिकरण की ने डीएम और एसएसपी को पत्र जारी कर फोर्स मांगी गई थी। ब्रह्मपुरी सर्किल के तीनों थानों के अलावा पीएसी और आरएएफ को भी लगा दिया गया था।
यह है मामला
टीपीनगर के पंजाबीपुरा निवासी ढाई लाख का इनामी हिस्ट्रीशीटर बदन सिंह बद्दो ब्रह्मपुरी थाने के मुकुट महल स्थित होटल से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। बद्दो के सहयोगियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बदन सिंह और उसके साथी डिपीन सूरी, पपीत बढ़ला पर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की जा चुकी है, जिसके तहत 14ए में पुलिस ने बदन सिंह बद्दो की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई की। उसके बाद बदन सिंह की अवैध कमाई से बनाई गई पंजाबीपुरा मकान नंबर आठ और नौ के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई भी शुरू हो गई है। नौ दिसंबर 2020 को कोठी के मालिकाना हक का दावा करने वाली बदन सिंह बद्दो की भाभी कुलदीप कौर भी कोई कागजात प्रस्तुत नहीं कर पाई, जिसके चलते विकास प्राधिकरण ने बदन सिंह की कोठी को जमींदोज कराने के आदेश नौ दिसंबर को ही जारी कर दिए थे। बाकायदा कुलदीप कौर को नोटिस भेजकर उसका पक्ष रखने को कहा गया था। कुलदीप कौर ने कमिश्नर कोर्ट में अपील दायर कर अपना पक्ष रखा। दोनों पक्षों की सुनवाई के दौरान सोमवार को कमिश्नर कोर्ट से कुलदीप कौर की याचिका को निरस्त कर दिया था।