लुटेरे को पहचानने पर की गई थी रिंकू व दुर्गेश की सामूहिक ह्त्या

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फर्रुखाबाद: एसओजी टीम ने ड्राईवर रिंकू शाक्य व हेल्पर दुर्गेश शाक्य की ह्त्या कर लुटे गए लोडर की घटना का पर्दाफ़ाश कर दिया है|

थाना मऊदरवाजा के ग्राम अर्रा पहाड़पुर निवासी कैलाश चन्द्र का पुत्र रिंकू ड्राईवर व नरेश का एकमात्र पुत्र दुर्गेश हेल्पर २४ फरवरी को बिर्राबाग निवासी रावेन्द्र दुबे के लोडर नंबर यूपी ७६ के / ०३६३ को बुकिंग पर ले गए थे| दूसरे दिन सुबह दोनों युवकों के शव गोली लगे थाना नवावगंज के ग्राम करनपुर गेंहूं के खेत में मिले थे|

एसओजी प्रभारी नरेन्द्र सिंह के मुताबिक़ ग्राम जसमई निवासी जबरसिंह, रवि दुबे व ह्रदेश तथा हथियापुर के हिस्ट्रीशीटर बदमाश मुनातर नाई ने मिलकर लोडर को लूटने की योजना बनाई थी जबरसिंह गिरोह का सरगना है|

मुनातर ने ही ग्राम जिजुईया का चंद्रशेखर बताकर फर्जी नाम से ठंडी सड़क स्थित जय महाकाल ट्रांसपोर्ट कंपनी से लोडर को यह कहकर बुक कराया था कि बहन के दहेज़ के सामान को गाँव से सीपी गेस्ट हाउस कायमगंज ले जाना है|

मुनातर ट्रांसपोर्ट कंपनी से ही लोडर पर बैठकर गया था| रास्ते में हथियापुर में मिले रवि, जबरन सिंह व ह्रदेश को भी लोडर में बिठा लिया| इस दौरान ड्राईवर रिंकू ने ड्राईवर रवि दुबे को पहिचान लिया था| इसी लिए रिंकू व दुर्गेश की ह्त्या कर दी गयी थी| रवि ने माह जनवरी में जय महाकाल ट्रांसपोर्ट कंपनी में ड्राईवरी की नौकरी की थी|

लूटे गए लोडर को जबर सिंह ले गया उसने अपने साथियों को बताया था कि यदि लोडर नहीं बिका तो कानपुर के फजलगंज इलाके में लोडर को कटवा देगा| बुलेरो लूट की घटना में सुनील के चाचा का लड़का अतिराज भी शामिल रहा| जबरसिंह सुनील के बड़े भाई का साला है|

पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश सागर ने घटना की जानकारी देते हुए एसओजी के कार्यों की सराहना की है|