मैं गर्म पानी ही पीता हूं, आप भी पीएं: पीएम मोदी

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय के सुझावों पर अमल करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय के सुझावों में गरम पानी पीने जैसे ऐसे कई अन्य उपाय हैं जो वर्षो से अपनाए भी जा रहे हैं।
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘आयुष मंत्रालय ने शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए हाल ही में आसानी से किए जा सकने वाले सुझाव जारी किए थे। इसमें कई ऐसे हैं जिन पर मैं वर्षो से अमल कर रहा हूं। उदाहरण के तौर पर मैं गर्म पानी ही पीता हूं।’ उन्होंने कहा, ‘मैं आपसे आयुष मंत्रालय के सुझावों पर गौर करने का आग्रह करता हूं। आप इन्हें अपने जीवन का हिस्सा बनाएं और दूसरों को भी सलाह दें। आइए, अच्छे स्वास्थ्य पर ध्यान दें।’
आयुष मंत्रालय ने बेहतर स्वास्थ्य और इम्यूनिटी के लिए कुछ दिशानिर्देश दिए हैं। ये ऐसे उपाय हैं, जो आसानी से किए जा सकते हैं। कई तो ऐसी बातें हैं, जो मैं वर्षों से कर रहा हूं, जैसे सालभर सिर्फ गर्म पानी पीना। आप इन्हें अपने जीवन का हिस्सा बनाएं, साथ ही दूसरों के साथ भी साझा करें।
बता दें कोरोना वायरस के प्रसार के मद्देनजर आयुष मंत्रालय ने रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए एहतियाती स्वास्थ्य उपायों के साथ स्व-देखभाल की कुछ गाइडलाइंस जारी की हैं। ये आयुर्वेदिक साहित्य और वैज्ञानिक प्रकाशनों पर आधारित हैं।इनमें पूरा दिन गरम पानी पीने; प्रतिदिन आधा घंटा योगासन, प्राणायाम व ध्यान करने और खाना पकाने में हल्दी, जीरा, धनिया व लहसुन का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है।
इसके अलावा सुबह 10 ग्राम च्यवनप्राश (डायबिटीज मरीजों के लिए शुगर फ्री) का सेवन करने; आयुर्वेदिक चाय या काढ़ा (तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च, सूखी अदरक और किशमिश से बना) पीने और दिन में एक-दो बार हल्दी पाउडर डालकर 150 मिली गरम दूध पीने का मशविरा दिया गया है। साथ ही सुबह-शाम नाक में तिल या नारियल का तेल अथवा घी लगाने की सलाह दी गई है।
सूखी खांसी और गले में खराश की स्थिति में दिन में एक बार पुदीने की ताजी पत्तियां या अजवायन डालकर भाप लेने को कहा गया है। इसके अलावा प्राकृतिक चीनी अथवा शहद के साथ लौंग का चुर्ण भी लिया जा सकता है। उपरोक्त उपाय सिर्फ सामान्य खांसी-जुकाम में कारगर होते हैं, लिहाजा अगर लक्षण बरकरार रहते हैं तो गाइडलाइंस में डॉक्टर की सलाह लेने की सिफारिश की गई है।