फर्रुखाबाद: महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी का दम्भ सरकार जिस खाकी पर भर रही है उस पुलिस के द्वारा ही जनपद में सर्वाधिक महिलाओं का उत्पीडन किया जा रहा है| महिला आयोग नें जब शिकायतें सुनी तो उनके सामने कही सिपाही तो कही दारोगा के द्वारा दुष्कर्म करने के मामले सामने आये| जिस देख वह दंग रह गयी| तैस में जब उन्होंने अधिकारियों को फोन किया तो वह भी नही उठे|
बुधवार को राज्य महिला आयोग की सदस्य कुमुद श्रीवास्तव फतेहगढ़ के निरीक्षण भवन पंहुची| उन्होंने महिलाओं की समस्याओं को सुनने के लिए दरबार लगाया| जिसमे कोतवाली फतेहगढ़ के एक मोहल्ला निवासी महिला नें फरियाद करते हुए कहा कि उसके साथ तत्कालीन कर्नलगंज चौकी में तैनात सिपाही नीरज चौधरी ने उसके साथ बलात्कार किया| मुकदमा दर्ज होनें के बाद भी कोई कार्यवाही नही हुई|सेन्ट्रल आरोपी लगातार धमकी दे रहा है|
कोतवाली फतेहगढ़ क्षेत्र के एक गाँव निवासी महिला नें शिकायत पत्र देकर कहा कि तत्कालीन सेंट्रल जेल चौकी इंचार्ज के द्वारा महिला क्वे साथ बलात्कार करना और दबंगों के द्वारा उसके खेत का आलू जबरन खुदवा देंने के बाद भी कार्यवाही नही की गयी| इसके साथ ही कुल आठ शिकायतें महिला आयोग की सदस्य के दरबार में पंहुची| सुनबाई के दौरान कोई सखम अधिकारी मौके पर मौजूद नही था|
महिला आयोग की सदस्य का आलाधिकारियों नें नही उठाया फोन
महिला के साथ पुलिस द्वारा दुष्कर्म के मामले में कार्यवाही ना होते देख सदस्या आक्रोशित हो गयीं| उन्होंने जिलाधिकारी का नम्बर माँगा| लेकिन महिला थानाध्यक्ष विनीता सारथी के पास डीएम का नम्बर नही निकला| जिसके बाद जैसे-तैसे नम्बर का जुगाड़ हुआ तो उन्होंने डीएम मानवेन्द्र सिंह को फोन लगाया| लेकिन कई बार फोन करने के बाद फोन नही उठा तो उन्होंने डीएम के विशेष कार्याधिकारी नीरज कुमार से फोन पर वार्ता की| डीएम का फोन ना उठने पर उन्होंने आपत्ति जतायी है|
भगवान भरोसे चलता महिला आयोग की सदस्य का दरबार
महिला आयोग की सदस्य के जनसुनबाई के दौरान नगर मजिस्ट्रेट अशोक कुमार मौर्य और सीओ सिटी मन्नी लाल गौड़ मौजूद थे| लेकिन सुनबाई से पूर्व ही कोई सूचना आने पर दोनों अधिकारी चले गये| उसके बाद जनसुनवाई केबल शिकायत पत्र पर शील मोहर लगाने और फोन से सम्बधित पुलिस कर्मियों को कार्यवाही का निर्देश देनें में ही निपट सकी| आयोग की सदस्य ने प्रोबेशन विभाग को निर्देश दिये की अगली बार उसके जनसुनबाई कार्यक्रम में एक एसडीएम होना चाहिए|