फर्रुखाबाद: मौनी अमावस्या पर आस्था और पुन्य का संगम देखने को मिला| सुबह से ही निकली तेज धूप ने गंगा स्नाना को और अधिक गुनगुना कर दिया| तभी तो भोर होने से पहले ही पांचालघाट पर आस्था हर ओर डग भर रही थी। कांधों पर सामान की गठरी लिये तो कोई हाथों में झोला पकड़े। गंगा मैया की जय-जयकार करते श्रद्धालु बढ़े चले जा रहे थे गंगा घाटों की ओर। चेहरों पर मां से मिलने की आतुरता साफ झलक रही थी। इस उल्लास के बीच माघ मेला रामनगरिया में मौनी अमावस्या के महास्नान पर अधिक श्रद्धालुओं ने पुण्य की डुबकी लगाई।
नगर के पांचाल घाट पर इन दिनों माघ मेला रामनगरिया का कल्पवास चल रहा है| लाखों की संख्या में लोग कल्पवास कर आत्मा को परमात्मा से जोड़ने की साधना कर रहे है|
मध्य रात्रि के बाद से ही गंगा की रेती में बसी अध्यात्म नगरी रामनगरिया के घाट गुलजार होने लगे। भोर होने से पहले ही हजारों श्रद्धालु डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित कर चुके थे। सुबह भी श्रद्धालुओं की भीड़ और दान-पुण्य, कथा आदि से घाटों का नजारा मन मोहने वाला था। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, नजारा वही। स्नान कर चुके श्रद्धालु गंगा मइया के जयकारों के साथ लौट रहे थे तो स्नान करने आ रहे भक्त भी जयघोष कर रहे थे। पूरे दिन भक्ति की सरिता बहती रही।
नागा साधुओं ने निकाली शोभायात्रा पर बरसे फूल
मेला रामनगरिया में कल्पवास कर रहे नागा साधुओं की पंचदसनाम जूना अखाड़े के सत्यगिरी महाराज के नेतृत्व में शोभायात्रा यात्रा निकाली गयी| जिसमे नागाओं ने स्वयं छड़ियां और तलवार लेकर पूरे रास्ते तरह-तरह के करतब दिखाए। उन्होंने स्वतंत्र रूप से तलवार भांजने के साथ ही आपस में भी तलवारों के संग प्रदर्शन किया।