लखनऊ: घर बैठे मनचाहा खाना मंगाने की लज्जत पर ठगों की नजर लग गई है। फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो पर जालसाजी का नया खेल शुरू हुआ है। खाना मंगवाने के बाद ऑर्डर को कैंसल कराते हुए बैंक अकाउंट से लोगों की गाढ़ी कमाई उड़ाई जा रही है। जोमैटो में दर्ज बैंक की डिटेल जालसाजों तक पलभर में पहुंच जाती है। इस तरह खाने में ठगी का कंकड़ शामिल हो चुका है।
इस पर साइबर सेल के इंस्पेक्टर राहुल राठौर का कहना है कि जालसाज जोमैटो कस्टमर केयर के फर्जी नंबरों को गूगल पर डालकर उनकी लिस्टिंग करा लेते हैं। इसके बाद ग्राहक जब अपना खाने का ऑर्डर कैंसिल कराते हैं तो पैसा वापस बैंक अकाउंट में लेने के लिए ऑनलाइन साइड पर जोमेटो का नंबर सर्च करते हैं, जो इन्हीं जालसाजों द्वारा डाले गए फर्जी नंबर होते हैं। ग्राहक जब कॉल करता है तो उसकी सारी डिटेल जालसाज हैक करके उनके अकाउंट से रुपये उड़ा देते हैं। साथ ही ओटीपी या क्यूआर कोड ले लेते हैं, जिससे उन्हें आसानी होती है।
साइबर क्राइम सेल 25 मामलों की कर रहा जांच
साइबर क्राइम सेल की टीम जोमैटो से खाना मंगाने के नाम पर ठगी के 25 मामलों में जांच कर रही है। तीन मामलों की हजरतगंज, विभूतिखंड में एफआइआर दर्ज है, जिसमें तहरीर में ग्राहकों ने कहा है कि खाना बुक कराया तो वह खराब निकला। इसपर जब ऑनलाइन जोमैटो के नंबर पर ऑर्डर कैंसिल कराया तो अकाउंट से हजारों रुपये निकल गए। साइबर क्राइम सेल की टीम की अब तक की तफ्तीश में इस ठगी के खेल में बिहार और पश्चिम बंगाल के गिरोह के होने के पुख्ता सुबूत मिले है। साइबर सेल की टीम ने जालसाजों को जल्द गिरफ्तार कर सारी घटनाओं के राजफाश का दावा किया है।