लखनऊ: हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में शनिवार को गुजरात के सूरत से तीन षडपंत्रकारियों की गिरफ्तारी के बाद हत्या को अंजाम देने वालों की तलाश में लगी पुलिस को रविवार को सफलता मिली है। हत्यारों की तलाश में लगी पुलिस को राजधानी लखनऊ में एक होटल के कमरे से खून से सने भगवा कपड़ों के साथ बैग भी मिला है। होटल घटना स्थल से ढाई से तीन किमी दूरी पर है।
हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी के हत्यारों की तलाश में लगी पुलिस को कैसरबाग कोतवाली क्षेत्र के खालसा होटल के एक कमरे से खून से सने हुए भगवा कपड़े मिले हैं। संदिग्धों ने 17 अक्टूबर को इस होटल में कमरा लिया था। हत्यारों ने 17 को रात 11:8 बजे खालसा होटल में एंट्री के समय मैनेजर अनस को 2000 का नोट दिया था। रूम 1300 रुपए का था। जिसमे से एक हजार रुपए वापस ले लिए थे। हत्यारों ने 18 अक्टूबर को वारदात को अंजाम देने के बाद होटल में जाकर खून से सना हुआ कुर्ता बदला था। जिससे पुलिस ने आज बरामद कर लिया है। दोनों हत्यारोपी ने हत्या से पहले होटल मैनेजर से ख़ुर्शीदबाग की मजार का पूछा पता। उसके बाद पूछा इमामबाड़ा का पता। बिना किराया दिए होटल से हुए फरार।
कमलेश तिवारी की हत्या के प्रकरण में लखनऊ पुलिस ने बड़ी सफलता का दावा किया है। शनिवार रात को राजधानी के लालबाग स्थित खालसा होटल में पुलिस ने संदिग्धों के कपड़े और बैग बरामद किया है। होटल का कमरा बंद होने की सूचना पर लखनऊ पुलिस मौके पर पहुंची और फील्ड यूनिट को बुलाकर विभिन्न साक्ष्य एकत्रित किया।
कमलेश तिवारी हत्याकांड में सीसीटीवी फुटेज सामने आया, लखनऊ के होटल का जहां हत्यारे रुके थे।
बेसमेंट में कमरा नम्बर जी 103 में रुके, सिर्फ एक थाली मंगाई
शेख अशफाकुल हुसैन और मोईनुद्दीन पठान बेसमेंट में कमरा नम्बर जी 103 में रुके थे। इन लोगों ने रात 11:40 बजे खाने के लिए थाली आर्डर की। सिर्फ एक थाली मंगाई। करीब 11:55 पर थाली की डिलीवरी हुई। खाना खाने के बाद वहां मोइनुद्दीन खुद थाली लेकर रिसेप्शन पर देने पहुंचा। इस बीच शेख अशफाकुल कमरे को लॉक करके निकला। सिगरेट की दुकान पूछी। इसने बाद दोनों बाहर गए। इसके बाद रात करीब 12:50 पर लौट और सो गए। अगले दिन सुबह 10:38 पर दोनों भगवा कपड़े पहनकर तैयार होकर निकले। इन दोनों ने काउंटर पर मिठाई का डिब्बा रखा। इसी डिब्बे में चाकू तथा पिस्टल रखी थी। इस दौरान रिसेप्शन पर बाबा हजरत अब्बास की दरगाह और इमामबाड़ा का पता पूछा। इसके बाद दोनों पैदल निकले।दिन में दोनों करीब 1:21 बजे वापस लौटे। इस दौरान मोइनुद्दीन ने अपना दाहिना हाथ जेब मे डाल रखा था। दोनों कमरे में गए और 1:40 बजे करीब बाहर निकलने के बाद शाम को आने की बात कहकर चले गए। इन दोनों ने बैग और सारा सामान कमरे में छोड़ा था।
होटल के सीसीटीवी कैमरे में कैद तस्वीर
लखनऊ के नाका इलाके में खालसा होटल में सीसीटीवी कैमरे में हत्या के आरोपियों की तस्वीर सामने आई है। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने 17/18 अक्टूबर की रात 12 बजकर 8 मिनट पर होटल में चेक इन किया था। 18 अक्टूबर की सुबह 11 बजकर 38 मिनट पर दोनों आरोपी भगवा कपड़े पहने होटल से निकलते हुए नजर आ रहे है। आरोपियों के हाथ में थैला भी नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि कमलेश के कातिल होटल के त्र-103 में रुके थे। इन आरोपियों की पहचान मोइनुद्दीन और अशफाक के रूप में हुई है। जिनकी तलाश पुलिस छापेमारी कर रही है।
आरोपियों ने 17 अक्टूबर को होटल में कमरा लिया था। हत्यारों ने 18 अक्टूबर को वारदात को अंजाम देने के बाद होटल में जाकर खून से सना हुआ कुर्ता बदला था, जिसे पुलिस ने आज बरामद कर लिया है। फोरेंसिक टीम ने कपड़ों की जांच की। होटल के कमरे से पुलिस को भगवा कपड़े के अलावा मोबाइल फोन, शेविंग किट और आरोपियों के बैग मिले हैं। इसके साथ पुलिस के अधिकारियों ने भी मौका मुआयना किया गया। वहीं होटल वालों ने संदिग्धों की पहचान गुजरात के युवकों के रूप में की है।
फोरेंसिक टीम ने पड़ताल की दो भगवा रंग के बरामद कुर्तों में खून लगा मिला। पुलिस ने कमरे से दो बैग भी बरामद किए हैं। हमलावरों के स्थानीय मददगार कोई है या नहीं, इसकी अब तक पुष्टि नहीं हो सकी है। हालांकि पुलिस इन बिंदुओं पर जांच कर रही है।’