फर्रुखाबाद: अपनी मांगों को लेकर जीवनदायिनी स्वास्थ्य विभाग 108, 102 एंबुलेंस सेवा के एंबुलेंस चालक हड़ताल पर चले गए और काम ठप कर दिया। लोहिया अस्पताल के बाहर एंबुलेंस खड़ी कर उन्होंने जमकर नारेबाजी की| इस दौरान मरीजों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है|
जीवीकेईएमआरआइ कंपनी शहर में एंबुलेंस सेवा दे रही है। इसके चालकों का आरोप है कि उनसे आठ घंटे की जगह 12 घटे ड्यूटी कराई जाती है। उन्हें पायलट प्रोजेक्ट के तहत दिहाड़ी मजदूर की तरह 60 रुपये प्रति केस के हिसाब से भुगतान किया जाता है। वह भी समय से वेतन भी नहीं मिलता है। इसके अलावा निर्धारित वेतन भी 8,900 रुपये की मांग भी लंबे समय से पूरी नहीं की जा रही है। इसको लेकर एंबुलेंस चालक आंदोलन कर रहे थे और उन्होंने रविवार देर रात 12 बजे से एंबुलेंस सेवा बंद करने की घोषणा की थी।
सोमवार सुबह लोहिया अस्पताल गेट पर जिले भर के 108 व 102 एम्चाबुलेंस के चालक आदि दरी बिछाकर बैठ गये और एम्बुलेंस सेवा देनें वाली कम्पनी जीवीकेईएमआरआइ के खिलाफ जमकर भडास निकाली|प्रदर्शन करते हुए चेतावनी दी कि जब तक भुगतान नहीं मिलेगा हड़ताल जारी रहेगा। इसके चलते देर रात सीएचसी और जिला अस्पताल में आने वाले गंभीर रोगियों को परेशान होना पड़ा। तीमारदारों को निजी एंबुलेंस का सहारा लेना पड़ा। सोमवार को सुबह से ही अफरा-तफरी का माहौल है। इस दौरान अनिल कुमार, अरविन्द, संतोष, सुनील कुमार, ऊषा देवी, अजय यादव, देवेन्द्र यादव, कमलेश कुमार, सोनू भारती व प्रकाश आदि रहे|