फर्रुखाबाद:(राजेपुर/अमृतपुर) योगी सरकार के कड़े निर्देश के बाद भी जिले में तालाबों की सफाई के लिए जिला प्रशासन केबल आंकड़ो की बाजीगरी से ही सरकार को खुश कर रहा है| लेकिन मौके पर हालत कुछ अलग है| बरसात आ गयी लेकिन अब यह समझ में नही आ रहा की आखिर जल संरक्षण किस फार्मूले से किया जायेगा|
दरअसल विकास खंड राजेपुर में कुल 14 तालाबों की खुदाई और सुन्दरीकरण का कार्य होना था| अन्य को तो छोड़ दें| जिस ग्राम खौदा गाँव के तालाब सुन्दरीकरण का शुभारम्भ जिलाधिकारी मोनिका रानी के द्वारा फाबडा चलाकर किया गया था| उसमे भी आंकड़ों की बाजीगरी की जा रही है| ग्राम प्रधान सुधा सिंह के पति भादू सिंह ने बताया था कि ढाई सौ मजदूर मनरेगा से तालाब खुदाई का कार्य कर रहे है| लेकिन जब जेएनआई टीम मौके का जायजा लिया तो मुश्किल से दर्जन मजदूर भी नही मिले| इससे साफ़ हो गया की तालाब साफ हो ना हो उसकी सफाई के लिए मंजूर हुआ 42 लाख साफ़ करने की बू आने लगी है|
वही राजेपुर क्षेत्र के ही अंबरपुर गांव में तालाब में केवल चारों तरफ खुदाई कराकर अधूरा छोड़ दिया गया। निविया गांव में तालाब में कोई काम नहीं हुआ। जिसमें गंदगी की भरमार है। दौलतपुर चकई में तालाब में कोई काम शुरू नहीं हुआ।
किन-किन तालाबों में होना है सफाई और सुन्दरीकरण और कितना वजट
विकास खंड राजेपुर के ग्राम अम्बरपुर दो लाख 40 हजार का वजट, अलीगढ़ मोहद्दीनपुर एक लाख 95 हजार वजट, नगरिया जबाहर एक लाख 15 हजार, निबिया एक लाख 15 हजार, कमरुद्दीनपुर एक लाख 55 हजार व इसी गाँव में दूसरा तालाब रविन्द्र के मकान के सामने एक लाख 14 हजार, कुडरी सारंगपुर एक लाख 55 हजार, गलारपुर एक लाख 96 हजार, हुसैनपुर तराई एक लाख 85 हजार, कंचनपुर-सबलपुर दो लाख 31 हजार, दौलतपुर चकई दो लाख 15 हजार, अमृतपुर में खौदा
तालाब 42 लाख 36 हजार, चारागाह में तालाब एक लाख 5 हजार का वजट है|