फर्रुखाबाद:शासन के फरमान के बाद जेल से बन्दियो के रिहा होने का सिलसिला लगातार जारी है| अभी तक कुल 65 बंदियों को रिहा किया गया था| बुधवार शाम कुल 14 जिलों के 61 और बंदियों की सेन्ट्रल जेल से रिहाई कर दी गयी| इस दौरान जेल से रिहा हुए बंदी शिवबालक व अरबी अली ने एक दूसरे के गले मिल गंगा-जमुनी तहजीब की मिशाल पेश की|
बीते 9 फरवरी को कुल 35 बंदियों को रिहाई मिली थी| इसके तीन दिन के बाद 12 फरवरी को 30 और बंदी रिहा कर दिये गये थे| लेकिन शासन के फरमान पर लगातार उस मानक में आने वाले बंदियों की रिहाई का सिलसिला जारी है| बुधवार को एक बार फिर वह जेल के बाहर मिलने और बिछड़ने का सिलसिला सामने आया| जिसके तहत कुल 61 बंदियों को रिहाई मिल गयी|
जेल के बाहर घंटो से अपनों के छुटने का इंतजार कर रहे परिजन टकटकी लगाये जेल के मुख्य द्वार की तरफ निहार रहे थे| जैसे ही बंदी रिहा किये गये उनके परिजन आँखों में आंसू लिए गले में लिपट गये| लेकिन इससे पूर्व वर्षों तक जेल में रहे बंदियों साथियों के बिछड़ने का गम भी था| सो रिहा होने के बाद बंदियों ने एक दूसरे के गले मिल अलबिदा कहा|
इस दौरान जेल से रिहा हुए जनपद उन्नाव के बांगरमऊ मुस्तफाबाद निवासी शिवबालक पुत्र महावीर व कानपुर नगर नौबस्ता मजार मछरिया निवासी अरबी अली पुत्र जाहिर अली एक दूसरे के गले मिल गये और हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिशल पेश की| इसके साथ ही साथ अन्य कई बंदियों ने भी एक दूसरे को अलविदा कहा| जिसमे औरैया,कन्नौज,फर्रुखाबाद,हरदोई,कानपुर नगर,कानपुर देहात,उन्नाव,मैनपुरी,रायबरेली,कानपुर देहात,जालौन,एटा,कन्नौज,कासगंज व इटावा के बंदी रिहा किये गये|
इस दौरान सेन्ट्रल जेल के अधीक्षक एसएचएम रिजवी,कारापाल पीके सिंह,उप कारापाल पीके मिश्रा,अरविन्द कुमार,डीके सिंह आदि रहे|