फर्रुखाबाद:चर्चित जिला समन्वयक ने अपने साथी शिक्षको के साथ दिव्यांग मासूम के साथ हैबनियत की सारी हदें पार कर दी| डीसी ने उसमे मुंह में कपड़ा ठूंसकर उसके साथ बेहरहमी से मारपीट कर दी| कई दिनों के बाद परिजनों को जानकारी होने पर उन्होंने जिलाधिकारी से शिकायत कर डीसी सहित तीन के खिलाफ तहरीर दी| जिलाधिकारी ने जाँच कमेटी बना दी है| वही पुलिस तहरीर मिलने पर जाँच में जुट गयी है|
थाना नवाबगंज के ग्राम हिमातपुर-समतीपुर निवासी अनिल कुमार ने पुलिस को दी गयी तहरीर में कहा है की उनका 7 वर्षीय दिव्यांग पुत्र अंशू फतेहगढ़ स्थित आवासीय एक्सीलेरेटेड लर्निग कैम्प (द्रष्टि व श्रवण बाधित) में पढ़ रहा है| बीते 25 अक्तूबर को जिला समन्बयक समेतिक शिक्षा राजेश वर्मा व कैम्प के शिक्षक रोहिताश कुमार व अनुज ने उसके पुत्र अंशू के मूंह में कपड़ा ठूंसने के बाद उसके साथ जमकर मारपीट की| दीपावली को जब अनिल उसे लेकर घर गये तो उसने परिजनों से पूरी बात कही| इसके बाद मंगवार को दिव्यांग अंशु के परिजन जिलाधिकारी मोनिका रानी से मिले और पूरी घटना से अबगत कराया|
जिलाधिकारी ने घटना को गम्भीर मानते हुए जाँच कमेटी का गठन कर दिया| वही अंशु के पिता अनिल कुमार ने पुलिस को तहरीर भी दी| पुलिस ने तहरीर मिलने के बाद जाँच शुरू भी कर दी|
चर्चित है जिला समन्वयक राजेश वर्मा
जिला जगह का चार्ज जिला समन्वयक के पास है उस जगह से कई बार वह चर्चा में रहे| बीते दिनों किताबें जलाने के मामले में भी उनके ऊपर शक की सुई थी| जिस पर बीएसए ने राजेश का नबीनी करण तक रद्द करने की शिफारिश की थी| पूरा विकलांग कैम्प ही चर्चा में रहता है| जो राजेश वर्मा के संरक्षण में है| बीते 12 वर्षों से लगातार उनकी संविदा की नौकरी का नवीनीकरण हो रहा है| लेकिन आज तक कई मामलों में चर्चा बटोरने वाले राजेश वर्मा पर कोई आंच नही आयी|