फर्रुखाबाद:बसपा नेता व पूर्व में विधान सभा भोजपुर के प्रत्याशी रहे जैमिनी राजपूत के हाथे सहित एक दर्जन दलितों के मकान अबैध रूप से बने होने पर हाई-कोर्ट के कड़ी कार्यवाही करते हुये तहसीलदार सदर को निर्माण ध्वस्त कर उन्हें सूचित करने के भी आदेश जारी किये| मकान ध्वस्त होने की सूचना पर बड़ी संख्या में भीड़ पंहुची और इसका विरोध किया| जिसके बाद पुलिस ने पंहुचकर मामले को रफा दफा किया |
शहर क्षेत्र के ग्राम खानपुर निवासी सोहित कटियार पुत्र कृपा शंकर कटियार ने हाई को कोर्ट में याचिका दायर कर कहा था की गाँव के रामपाल पुत्र अहिबरन,राधे,राजरानी पत्नी रामसिंह,सुनीता पत्नी छोटेलाल, हंसमुखी पत्नी रामबाबू, राजू पुत्र मौजीलाल, राजू सहाय पुत्र केशब सहाय, दीपक पुत्र किशन लाल, ब्रह्मानंद पुत्र झब्बूलाल, राजे पुत्र मदनलाल,मुन्नालाल पुत्र श्यामलाल, प्रकाश पुत्र बाबूराम व चन्द्र शेखर के साथ ही बसपा नेता जैमिनी राजपूत के द्वारा भी काफी भूमि पर अबैध कब्जे को हटाने के आदेश हाई कोर्ट ने बीते 31 अक्टूबर 2017 को किये थे| लेकिन इसके बाद भी जब जिला प्रशासन ने कोई कार्यवाही नही की तो सोहित ने पुन: हाई कोर्ट को मामले से अबगत कराया|
जिसके बाद कोर्ट ने बीते 26 अप्रैल को पुन: आदेश जिला प्रशासन को जारी कर अबैध निर्माण ध्वस्त कराने के साथ ही कृत कार्यवाही से अवगत कराने के आदेश दिये| गुरुवार को कानून-गो विजय कृष्ण पाठक, लेखपाल प्रमोद व रोशन लाल आदि खानपुर पंहुचे| उन्होंने नाप आदि शुरू की| जिस पर ग्रामीण भड़क गये | उन्होंने सोहित कटियार के घर को हमला बोल दिया| जिसके बाद सोहित के पिता कृपा शंकर कटियार ने डायल 100 को सूचना दी|
कुछ देर बाद पुलिस मौके पर आ गयी| बसपा नेता जैमिनी राजपूत व उनके भाई जौली राजपूत भी मौके आर आ गये| बाद में पुलिस ने समझकर मामले को शांत किया| कानून-गो ने बताया की जो लोग ग्राम सभा की भूकी पर अबैध कब्जा किये है उन्होंने खुद अपना कब्जा हटा लेने का समय माँगा है|