फर्रुखाबाद: थाना मऊदरवाजा क्षेत्र के अर्राहपहाड़पुर सब्जी मंडी में बिना नोटिस दुकान तोड़ने व सतानपुर सब्जी मंडी में भी जेसीबी लेकर दुकान तोड़ने पंहुचे मंडी सचिव को आढतीयों ने कार से नीचे खीचने का प्रयास किया| लेकिन वह शीशा बंद करके ही आढतियों के लाख प्रयास के बाद भी बाहर नही निकले| वह जैसे-तैसे मौके से खिसके|
बीते दिन ही मंडी सचिव धर्मेन्द्र यादव का तबादला कर दिया गया था | बुधवार को वह जेसीबी लेकर अर्राहपहाड़पुर फल सब्जी मंडी पंहुचे और ब्रजेश कुमार निवासी रकाबगंज खुर्द की जय हनुमान फ्रूट कम्पनी को तोड़ दिया| ब्रजेश कुमार ने बताया कि उनका 5400 रूपये के हिसाब से 6 महीने का किराया पूर्व में ही जमा है| मंडी सचिव ने बीते 12 सितम्बर को दुकान के खिले भू-खंड स्वीकृत किया था | बुधवार को उन्होंने बिना नोटिस दिये ही दुकान को जेसीबी से तोड़ दिया| उन्हें पूर्व में कोई नोटिस भी नही दिया गया| जिसके बाद मंडी सचिव जेसीबी लेकर सातनपुर मंडी पंहुचे| जंहा उन्होंने दुर्गानगर कालोनी निवासी सुभाष चन्द्र की जय माता दी ट्रेडर्स व उनके भाई सुशील कटियार की श्रीसाई ट्रेडर्स नाम से बनी दुकानों को तोड़ने का फरमान जारी कर दिया| जिसके बाद दोनों ने अपनी दुकाने तोड़ना शुरू कर दिया| इसकी सूचना मिलने पर आढती कांग्रेस नेता अजय व उनके भाई विजय कटियार के नेतृत्व में एकत्रित हो गये| बड़ी संख्या में वह मंडी सचिव के कार्यालय पंहुचे| भीड़ को आता देख मंडी सचिव कार के अंदर बैठ गये और दरवाजा बंद कर लिया| आलू आढती एसोसिएशन के अध्यक्ष सतीश वर्मा भी मौके पर आ गये|अजय कटियार ने मंडी सचिव से कहा कि बिना नोटिस दिये दुकाने किस आधार पर तोड़ी जा रही है| उन्हें नोटिस क्यों नही दिया गया| जिस पर मंडी सचिव ने आला अफसरो का आदेश होने की बात कही| लेकिन लिखित में कोई आदेश मंडी सचिव नही दिखा पाये| आक्रोशित आढती भड़क गये और मंडी सचिव को गाड़ी से खीचने का प्रयास किया | लेकिन सचिव किसी भी कीमत पर बाहर नही आये| बाद में सतीश वर्मा ने गुरुवार को मंडी सचिव के कार्यालय में आकर वार्ता करने की बात कही| जिस पर सभी राजी हुये और मंडी सचिव को जाने दिया|एसडीएम सदर रमेश यादव ने बताया पूरा मामला जिलाधिकारी के संज्ञान में है| मंडी सचिव ने गलत प्रपत्र तैयार करके दुकाने आबंटित करायी थी | जिसकी जानकारी होने जिलाधिकारी ने कार्यवाही के लिये मंडी सचिव को नोटिस भी जारी किया था|