फर्रुखाबाद: अचानक लोहिया अस्पताल के औचक निरीक्षण के लिये पंहुचे जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने सबसे जादा शिकंजा अस्पताल में आने वाले मरीजो को निजी अस्पतालों में ले जाने वाले दलालों पर कसा| उन्होंने अस्पताल में आने वाले दलाल और संदिग्ध लोगो की सूची सीएमएस से तलब की है| सूची मिलने पर उनके ऊपर गुंडा एक्ट की कार्यवाही होगी|जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार अचानक ओपीडी पंहुचे| जंहा उन्होंने सीएमएस कक्ष में चिकित्सको व कर्म्चारियों की उपस्थिति चेक की| जिसमे डॉ० विवेक सक्सेना, डॉ० राजेश तिवारी, डॉ० एसपी सिंह व काउंसलर संजीब कुमार गायब मिले| जिनके वेतन अबरुद्ध करने के आदेश सीएमओ को दिये| इसके बाद डीएम ऊपरी मंजिल में पंहुचे जंहा बंद पड़े कमरों को खोलने के निर्देस दिये|
उन्हें अल्ट्रासाउंड कक्ष बंद मिला| डॉ० योगेन्द्र सिंह गायब मिले| प्रभारी सीएमएस डॉ० बीके दुबे ने बताया कि वह न्यायालय गये है| कुछ देर के बाद डीएम को पता चला कि सीएमएस बीबी पुष्कर की जगह डॉ० बीके दुबे मौजूद है| यह जानकारी होते ही उनका पारा चढ़ गया| सीएमएस पुष्कर को तलब कर नाराजगी जतायी और सीएमएस व डॉ० बीके दुबे का भी वेतन अबरुद्ध करने के निर्देश दिये| अस्पताल के मरीजो ने उचित उपचार ना होने की शिकायत की तो जिलाधिकारी ने उचित उपचार करने निर्देश दिये|
जिलाधिकारी सबसे जादा आक्रामक लोहिया अस्पताल और निजी अस्पतालों के बिचौलियों पर नजर आये| उन्होंने सीएमएस को कड़े निर्देश दिये की 24 घंटे के भीतर अस्पताल में आने वाले दलालों की सूची उन्हें उपलब्ध करा दे| उन पर गुंडा एक्ट की कार्यवाही की जायेगी| नगर मजिस्ट्रेट शिव बहादुर पटेल व सीएमओ चन्द्रशेखर आदि मौजूद रहे|