फर्रुखाबाद: 40 साल से लगातार लोकतंत्र के महापर्व पर अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे महेन्द्र कुमार अवस्थी इस बार मतदान अधिकारियों की लापरवाही का शिकार हो गये। जिसके चलते वह वोट डालने से वंचित रह गये।
शहर के मोमबत्ती गली निवासी 70 वर्षीय विकलांग महेन्द्र कुमार अवस्थी, कोटा पार्चा स्थित सिटी मिशन मतदान केन्द्र पर अपना मतदान करने पहुंचे तो उन्होंने अपना आधार कार्ड और पहचान पत्र मतदान अधिकारी को दिखाया। लेकिन वोटरलिस्ट में उनका नाम न होने से मतदान कर्मी ने वोट डालने से इंकार कर दिया। 40 साल में पहली बार मतदान करने से वंचित रहने के कारण महेन्द्र कुमार अवस्थी हुक्मरानो को कोसते नजर आये। जबकि निर्वाचन आयोग के निर्देश हैं कि जिसका वोटरलिस्ट में नाम नहीं है और पहचान पत्र है तो दो रुपये रसीद काटकर वैलट पर मतदान कर सकता है। लेकिन कई इस तरह के शिकार बन गये।