फर्रुखाबाद: आचार संहिता लगे होने के बाद भी सड़क पर खुले आम उसका उलंघन किया गया | सीएम अखिलेश यादव द्वारा नियुक्त जिलाध्यक्ष नदीम फारुखी पर आखिर मिडिया के दबाब में पुलिस ने केस दर्ज ही कर लिया| जिसमे कमालगंज, शहर कोतवाली और थाना मऊदरवाजा में केस दर्ज किया गया है|
बीते दिन सीएम अखिलेश के द्वारा पार्टी के जिलाध्यक्ष नियुक्त किये गये नदीम फारुखी ने बिना अनुमति के जुलूस निकाला गया था| जिसको लेकर डीआईजी राजेश डी मोदक के कड़े रुख के बाद पुलिस ने तीन थानों में केस दर्ज कर लिया| बीती रात कमालगंज थाना पुलिस ने जिलाध्यक्ष नदीम फारुखी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य अल्ला रख्खा और उनके चालक मो० हाशिम पर बिना अनुमति 20-25 वाहनों के फाफिले को निकालने में मुकदमा दर्ज किया गया है | अल्ला रख्खा की गाड़ी को भी नदीम के साथ ही जोड़ दिया गया है|
वही थाना मऊदरवाजा पुलिस ने एचसीपी दिनेश कुमार ने जिलाध्यक्ष नदीम फारुखी पर दर्ज कराये गये मुकदमे में कहा है की वह हथियापुर के पास सिपाही राजकुमार और नौसाद अली के साथ वाहन चेकिंग कर रहा था| एसडीएम सदर सुरेन्द्र सिंह ने शहर क्षेत्र की तरफ से आ रहे सपा का झंडा लगी गाड़ियों को रोंका गया| एक बिना नम्बर की गाड़ी में नवनियुक्त जिलाध्यक्ष नदीम फारुखी बैठे थे अन्य तकरीबन आधा दर्जन वाहन के साथ बिना अनुमति के सभा की गयी| जिससे आचार संहिता का उलंघन किया गया|
शहर कोतवाली के आवास विकास चौकी इंचार्ज देवेश कुमार ने दी गयी तहरीर में कहा है की वह आवास विकास तिराहे पर वाहन चेकिंग कर रहे थे| तभी सपा के जिलाध्यक्ष नदीम फारुखी 20-25 गाड़ियों के काफिले से आकर आवास विकास पार्टी कार्यालय के पास नारे लगाने लगे| उन्होंने अनुमति पत्र भी पुलिस को नही दिखाया| बाद में हिंदुस्तान होटल में सभा करने की बात भी प्रकाश में आयी| उन्होंने आदर्श आचार संहिता और सीआरपीसी की धारा 144 का उलंघन किया है| पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है|