क्यों चाँद को देखकर ईद मनाते है लोग

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mhotsavफर्रुखाबाद: नगर के पटेल पार्क में चल रहे फर्रुखाबाद महोत्सव में मंगलवार को कवि सम्मेलन में कवियों ने विभिन्य रसो में अपनी रचनायें प्रस्तुत की| दर्शक अंत तक डटे रहे|
सुबह आठ बजे शूरू हुये कवि सम्मेलन में प्रीती तिवारी की सरस्वती बंदना के साथ सम्मेलन का शुभारम्भ हुआ | बलीपट्टी रानीगाँव से आये प्रतीक शुक्ल ने काव्य पाठ करते हुये कहा कि देखिए तो गौर से है दिख रही बाजार ये दुनियां, हरदोई से आये छात्र शोभित तोमर ने काव्य पाठ करते हुये कहा कि जिसे चुनावों में पूजा जाता वो भाग्य विधाता, बस नारों में ही दिखती भारत माता| डॉ प्राक्रतिक दत्त शुक्ला ने गीतों से श्रोताओं को गुदगुदाया| क्यों चाँद को देखकर ईद मनाते है लोग, क्या चाँद ही प्यार का पैगाम देता है|

छात्र उत्कर्ष अग्निहोत्री ने दोहे सुनाये| रिश्तो में पड़ती नही यों ही नही व्यर्थ दरार, कुछ तुम जिम्मेदार हो कुछ हम जिम्मेदार| कृष्ण कुमार अक्षर ने राष्ट्रीय चेतना से युक्त कबिता पेश की| इसके साथ ही साथ विभिन्य कवियों ने अपनी कबिता का पाठ कर श्रोताओं को ताली बजाने पर मजबूर कर दिया| संचालन उपकार मणि ने किया| इसके साथ ही साथ महोत्सव में सर्व धर्म सम्मेलन का आयोजन किया गया|