फर्रुखाबाद:(राजेपुर) नोट बंदी के बाद बैंकों से जो उम्मीद थी वे उस पर खरे उतरते नजर नहीं आ रहे। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में हालात काफी खराब हैं। कस्बा स्थित बैंक ऑफ़ इंडिया में पिछले कई दिनों से नकदी की समस्या है| जिससे जनता घंटो लाइन में खड़ी रहती है और शाम को महिलाओ तक से असभ्यता का व्यवहार करके उन्हें चलता किया जा रहा है| जिससे आम जनता में बैंक कर्मियों के खिलाफ आक्रोश पनप रहा है|
महिला विनीता दुबे ने आरोप लगाया की वह सुबह से बैंक ऑफ़ इंडिया की शाखा के बाहर रूपये निकालने के इंतजार में खड़ी थी| तब किसी भी कर्मचारी ने नही कहा कि बैंक में पैसा नही है| लेकिन जब शाम को 4 बजे उसका नम्बर आया तो बैंक मैनेजर ने उसे पैसे ना होने की बात कही जब उसने इसका कारण पूंछा तो बैंक मैनेजर ने असभ्यता का परिचय दिया| महिला का आरोप है कि बैंक में पैसे वालो का रूपया तत्काल बदला जा रहा और निकल भी रहा है| महिला विनीता ने मैनेजर की शिकायत बैंक के हेड आफिस मुम्बई में की है| बाद में महिला आक्रोशित होकर चली गयी|
यह बैंक में कई ग्राहकों की शिकायत है कि बैंक उनके साथ सही से व्यवहार नही कर रही| उनका पैसे उसी को निकालने के लिये उन्हें गाली खानी पड़ रही है| जनता परेशान है| यह हालात जिले की और भी बैंको में है| सपा जिलाध्यक्ष विश्वास गुप्ता ने बताया कि मोदी अपनी योजना जबरन केबल गरीब पर थोप रहे है| नोट बंदी का विरोध सड़को पर जल्द दिखाई देगा|