फर्रुखाबाद: केन्द्रीय कारागार हर वर्ष की तुलना में इस वर्ष भी जन्माष्टमी पर श्रधालुओ की आस्था का केंद्र रही | जन्माष्टमी पर जेल में सजायाफ्ता कैदियों ने भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्य लीलाओ का सजीव चित्रण किया|
केन्द्रीय कारागार के कैदी बीते कई दिनों से भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की तैयारी पूरे जोर से कर रहे थे| इसका परिणाम भी दर्शको को देखने को मिला| कैदियों ने जेल में माखन खाते कान्हा, श्रवण कुमार, भगवान राम लक्ष्मण, हनुमान जी,कंस दरबार, जिला कारागार मथुरा, श्री गणेश दरवार, शेषनाग पर भगबाद श्री कृष्ण का नृत्य, नारद जी, श्रीकृष्ण-राधा का झूला, श्री कृष्ण का दरबार, श्री कृष्ण और बलराम दरबार, शिव-पार्वती का कैलाश पर दरबार, भूतो का नृत्य, भगबान के द्वारा पर्वत को अंगुली पर उठाना आदि की मनोहारी झाँकी का चित्रण किया गया|
जेल में कैदियों के द्वारा झांकी सजने की खबर पर हजारो की संख्या में दर्शक जेल गेट पर पंहुच गयी| लेकिन जेल विभाग ने झांकी का समय निर्धारित कर समय पर ही जनता के लिये खोंलने के आदेश जारी कर दिये| पहले अधिकारियो के परिजनों को जेल के भीतर जाने की इजाजत थी| इसके बाद लगभग नौ बजे जेल का गेट आम जनता के लिये खोला गया| कुछ समय के बाद जिलाधिकारी कर्ण सिंह चौहान, एसपी राजेश कृष्णा भी सेंट्रल जेल में झांकी का अबलोकन करने पंहुचे| उन्होंने बंदियों की कलाकारी की तारीफ की| झांकी में इस बार शेषनाग लीला लोगो कद आकर्षण का केंद्र रही| वही जेल के मन्दिरों में भी कैदियों ने भजन गाकर श्रोताओ का मंत्र मुग्ध कर दिया| जिला जेल के अधीक्षक राकेश कुमार भी मौजूद रहे|
केन्द्रीय कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीपी त्रिपाठी ने जेएनआई को बताया कि जनता की सुबिधा को देखते हुये झांकी को सार्वजनिक किया गया है| रति वर्ष पूर्व में भीजेल में झांकी का प्रदर्शन होता रहा है| कैदियों ने अपने आप ही सभी झांकियों को तैयार किया गया है|