फर्रुखाबाद: अबैध बालू खनन रोक पाने में पुलिस प्रशासन फेल हो रहा है। बालू माफिया अवैध रूप से बालू का कारोबार पुलिस की देखरेख में कर रहे है| जिससे पुलिस की भी अच्छी पौ-बारह है| पुलिस जान-बूझ कर अंजान बनने की कोशिश कर रही है|
जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र के पांचाल घाट पर बाढ़ होने के बाद भी नावो से अबैध खनन किया जा रहा है | ना कोई देखने वाला है और ना कोई सुनने वाला| सभी मिलकर हाई कोर्ट के आदेश की धज्जियां उड़ाने में लगे है| गंगा नदी के किनारे धड़ल्ले से अवैध खनन चल रहा है। खनन माफियाओं को न तो हाईकोर्ट के आदेश की परवाह है और न ही सरकार और प्रशासन का डर। खनन माफिया बेखौफ प्रशासन की नाक के नीचे अवैध खनन को अंजाम दे रहे हैं। बता दें कि इस धंधे में कई सफेद पोश रसूखदार लोग लिप्त हैं। जो अपनी पहुंच और रसूख का इस्तेमाल करके जमकर खनन कर रहें हैं।
खनन माफिया सुबह 3 बजे से ही बालू और मिट्टी का खनन कराना शुरू कर देते हैं। इनका खौफ इतना है, कि अधिकारी भी वहां जाने से खौफ खाते हैं। यही वजह है कि खनन माफिया बेखौफ होकर खनन कार्य में लगे हुए हैं। नावो के साथ ही साथ ट्रेक्टर से भी अबैध बालू खनन का खेल चल रहा है | और पुलिस की लाखो रुपये की आमदनी केबल बालू खनन में अबैध बसूली से हो रही है|
प्रशासन के दिखावटी प्रयास के चलते पांचाल घाट पर बालू खनन का खेल बेखौफ तरीके से चल रहा है। तस्वीर यह वयां करती है कि किस तरह से बालू खनन कर उसे एक छोर से दूसरे छोर तक लाया जाता है। बुग्गी या ट्राली देखकर पुलिस 20 से 50 रुपये तो झटक ही लेती है| स्वर्गधाम के दूसरी तरफ नावों से खोदकर बालू इस किनारे पर लायी जाती है। जहां से ट्रालियों में भरकर मोहल्लों की गलियों से गुजारकर मार्केट तक पहुंचाया जाता है।