फर्रुखाबाद: सेन्ट्रल जेल फतेहगढ़ में बीती रात एक सजायाफ्ता कैदी की लाश फांसी पर झूलती हुई मिली| सूचना मिलने पर जेल में हडकंप मच गया| मौके पर जेल अधिकारी पंहुचे| उन्होंने मामले की सूचना उच्चाधिकरियो को दी| मंगलवार सुबह पुलिस ने पंहुचकर शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया| पोस्ट मार्टम में पंहुची परिजनों ने जेल प्रशासन पर आरोप जड़ा है|
पड़ोसी जनपद हरदोई के पाली पाण्डेयपुर निवासी 50 वर्षीय रामसागर उर्फ साधु पुत्र लल्लू बीते अगस्त 2014 से सेन्ट्रल जेल में हत्या के मुकदमे में बंद था| उसकी मुलाक़ात के लिये उसकी पत्नी रामबेटी अकसर आया करती थी| वह अपनी पत्नी पे कुछ शक की भी चर्चा करता रहता था| बीते रविवार को दोपहर उसकी पत्नी रामबेटी ने अपने छोटे बेटो 10 वर्षीय गोगावीर व 6 वर्षीय जाहरवीर के साथ आकर रामसागर से मुलाकात की थी| जेल सूत्रों के मुताबिक रामबेटी पर अचानक रामसागर ने जानलेवा चाकू से हमला कर दिया था| जिस पर जेल के अन्य कैदियों व बंदी रक्षको ने उसे पकड़ लिया था| राम सागर को जेल के प्रथक कक्ष संख्या 4 में रखा गया| जंहा बंदी रक्षक मो० नासिर की तैनाती थी|
देर रात लगभग 1 बजे कैदी को फांसी पर लटका बंदी रक्षक नासिर ने देखा| उसने अपने अगौछे से दीवार में लगे कुंडे में लटक कर फांसी लगा ली थी| उसने घटना की सूचना जेल अधिकारीयो को दी| सूचना मिलने पर जेल अधीक्षक वीपी त्रिपाठी, जेलर व अन्य बंदी रक्षक मौके पर पंहुचे| रात में ही आला अधिकारीयो को अवगत कराया गया| सुबह तकरीबन 7 बजे एसडीएम सदर सुरेश कुमार व दरोगा संतोष भारद्वाज जेल में पंहुचे और जाँच पड़ताल की| दरोगा ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया|
रामसागर ने किसकी की थी हत्या और कब मिली मिली थी सजा
राम सागर ने वर्ष 2009 में हरदोई के हरपालपुर इकनौरा निवासी भूराभगत की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या की थी| इसी केश में उसका भाई नीरू भी आरोपी थी| जिसे जमानत मिल गयी| जबकि राम सागर को दोषमुक्त नही किया गया| उसे हरदोई की अदालत ने उम्र कैद की सजा 14 मार्च 2011 को सुनाई| जंहा से उसे हरदोई की जेल भेज दिया गया| हरदोई जेल से वह भाग भी गया था| जंहा दो घंटे के बाद वह खुद जेल में अ गया था| जिसके कुछ समय के बाद उसे सेन्ट्रल जेल में भेज दिया गया| तभी से राम सागर सेन्ट्रल जेल में बंद था|जेल अधीक्षक वीपी वीपी त्रिपाठी ने बताया कैदी की लाश को पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया| जाँच की जा रही है|
जेल से