ओपिनियन पोल से ‘डरी’ कांग्रेस, टीवी बहस से किया किनारा

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1 manish Tiwariनई दिल्ली। चुनाव पूर्व ओपिनियन पोल को लेकर कांग्रेस के रुख पर सियासी घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस चुनाव आयोग को इस पर रोक लगाने की राय भी दे चुकी है। इसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस ने अब ऐसी किसी भी टीवी बहस का बायकॉट कर दिया है जिसमें ओपनियन पोल पर चर्चा होती है।

पार्टी ने इसे अवैज्ञानिक बताते हुए इसका बायकॉट करने का फैसला किया है। कांग्रेस का ये फैसला पांच राज्यों में हो रहे चुनाव को लेकर कराए गए ओपिनियन पोल के नतीजों के बाद आया है। इन सर्वे में बीजेपी को मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में तीसरी बार सत्ता मिलने की संभावना जताई गई है। जबकि राजस्थान में बीजेपी की वापसी की बात कही जा रही है। दिल्ली में भी कांग्रेस पर बीजेपी भारी दिख रही है। आईबीएन7 और सीएसडीएस के सर्वे में भी ऐसे ही आंकड़े सामने आए थे।
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सरकार ने स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के भाषण को लेकर न्यूज चैनलों को दी गई चेतावनी पर भी अपना बचाव किया है। सरकार का कहना है कि न्यूज चैनल पीएम के भाषण की भारतीय जनता पार्टी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के भाषण से तुलना कर पीएमओ को नीचा दिखा रहे हैं। सरकार का कहना है कि ऐसा करना नियम विरुद्ध और इससे सनसनी फैलाई जा रही है।

सूचना प्रसारण मंत्रालय से इसे लेकर न्यूज चैनलों को चेतावनी की शक्ल में सलाह दी है। मंत्रालय ने भाषण के दो महीने बाद ऐसी एडवाइजरी जारी की थी। उधर, बीजेपी ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं। पार्टी प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने कहा कि मीडिया को नियंत्रित करना फासिज्मवादी कदम है। मैं मनीष तिवारी से पूछना चाहती हूं कि कौन से देश की सरकार चार चैनल चलाती है, कौन सी सरकार निजी मीडिया हाउस के लिए कंटेट तय करेगी।