वाह रे अंगेजों के जमाने के जेलर: घटिया खाने के विरोध पर बंदी को पीटा, एफआईआर भी लिखाई

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फर्रूखाबाद: जिला जेल में घटिया खाने को लेकर बन्दियों ने रोष व्यक्त किया। एक विचाराधीन बन्दी ने पानी जैसी पतली दाल परोसने की शिकायत की। इस पर बंदी ने बंदीरक्षकों ने लाठी डंडे चला दिये। जिससे एक बंदीरक्षक सहित दो विचाराधीन बंदी गम्भीर रूप से घायल हो गये। जिला कारागार अधीक्षक कैलाश चंद्र ने बंदीरक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई तो दूर उल्टेी बंदी के ही विरुद्ध फतेहगढ़ कोतवाली में झगड़ा करने का मामला दर्ज कराने को तहरीर दी है।

25may2010-district-jailसोमवार देर शाम न्यायालय से लौटे कैदियों की गिनती हो जाने के बाद जिस वक्त बंदियों को रात का खाना परोसा जा रहा था तभी जिला जेल में निरूद्ध बंदी धीरज सिंह चौहान पुत्र देवेन्द्र सिंह ने यह कहकर वबाल मचा दिया कि उसे पानी बाली दाल नहीं खानी है। पहले तो बंदीरक्षक धीरज सिंह ने कैदियों के खाने पीने में किये जा रहे गोलमाल को छिपाने के लिये बंदी धीरज को समझाने का प्रयास किया जब बंदी नहीं माना तो उसने पुलिसिया रंग अपना लिया। इस दौरान बंदीरक्षक धीरज ने अपने हमनाम विचाराधीन बंदी धीरज को लाठी डंडों से मारना शुरू कर दिया उसके इस अमानवीय व्यवहार से अन्य बंदीरक्षक साथ हो गये। काफी देर तक साथी बंदी को पिटता देख रहे। साथी बंदी पर अत्याीचार देख अन्य बंदी भी बगावत पर उतर आये। यह देखकर कारागार अधीक्षक ने निहत्थे बंदियों पर लाठीचार्ज करने का फरमान जारी कर दिया। किसी तरह मामला काबू मे आने पर सभी बंदी एक एक कर बैरकों में भूखे ठूसकर बंद कर दिये गये। करागार अधीक्षक ने धीरज सिंह चौहान के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने का अभियोग फतेहगढ़ कोतवाली में दर्ज कराया है।