फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश सहकारी कताई मिल संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले कंपिल कताई मिल कर्मचारियों ने जिलाधिकारी को पत्र सौंपकर अवगत कराया है कि उनका बीते 1986 से अभी तक का पीएफ दिलाया जाये। जिससे गरीबों के बच्चों का पेट पल सके।
कर्मचारियों ने डीएम को बताया कि कंपिल सहकारी कताई मिल वर्ष 1986 में चालू हुआ था। जिसमें लगभग 1400 श्रमिक कार्य करते थे। सभी कर्मचारियों के वेतन से 8 प्रतिशत से 10 प्रतिशत तक पीएफ काटा गया। उस पैसे को प्रबंध तंत्र द्वारा पीएफ आफिस में नहीं जमा कराया गया। पैसा जमा कराने की बात तो अलग रह गयी पीएफ आफिस में खाता भी नहीं खुलवाया गया।
मिल में अधिकतर मजदूरों के अनपढ़ होने की बजह से प्रबंध तंत्र नाजायज फायदा उठाता रहा। प्रदेश में 11 सहकारी कताई मिल स्थापित हैं। 11 में से 10 कताई मिलों में कर्मचारियों को वेतन से पी एफ काटा गया उन 10 मिलों में उनकी पेंशन मिल रही है। लेकिन कंपिल मिल के कर्मचारी आज पेंशन से वंचित हैं। लेकिन गैर कानूनी तरह से जब मिलें बंद की गयीं तब पीएफ के विषय में जानकारी की गयी। पता चला कि कम्पिल मिल का न खाता खुला न पैसा जमा किया गया। जिस बजह से गरीब मजदूर पेंशन से वंचित रह गये। आज भी यहां के अधिकारी अपनी गलती को दुपाने के लिए टाल मटोल कर रहे हैं। कर्मचारियों ने जिलाधिकारी से मांग की कि उनके वेतन से कटे हुए पीएफ को खातों में जमा कराया जाये।
इस दौरान विनोद कुमार शुक्ला, जय जय राम, रामसिंह, सर्वेश, राजेश सिंह भदौरिया, दिनेशचन्द्र शुक्ला, दामोदर सिंह, मानसिंह, नेत्रपाल, सुरेशचन्द्र, अजय कुमार, रामलडैते, सूरजपाल, सुरेश सिंह, अशोक कुमार, रवेन्द्र, आशीष कुमार, राघवेन्द्र सिंह आदि लोग मौजूद रहे।