तहसीलदार ने स्वास्थ्य टीम को नाव देने से मना कर दिया

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फर्रुखाबाद: प्रशासन की आपदा प्रबंधन व राहत योजनाओं की पोल छुट पुट बाढ़ ने ही खोल कर रखदी है। जलभराव वाले ग्रामों जहां संक्रामक रोग फैल रहे हैं, वहीं स्वास्थ्य टीमों को वहां पहुंचाने तक के लिये साधन उपलब्ध नहीं हैं। रविवार को गांव माखन नगला व जटपुरा में संक्रामक रोगों से पीड़ित लोगों को दवा बांटने गई स्वास्थ्य टीम  मार्ग में जलभराव के कारण बैरंग लौट आयी। नाव की व्यवस्था न होने पर स्वास्थ्य टीम बिना दवा बांटे वापस आ गई।

अमृतपुर क्षेत्र के को गांव माखन नगला व जटपुरा में संक्रामक रोग फैलने की सूचना पर  रविवार को स्वास्थ्य टीम दवा वितरित करने के लिए भेजी गई थी। टीम में राजेपुर चिकित्सालय के चिकित्सक डा.अनुराग वर्मा, संक्रामक रोग के डा.छत्रपाल, कर्मचारी जनार्दन, ललित व सफदर गए थे। गांव जाने वाले मार्ग में जलभराव अधिक होने से टीम बिना नाव के गांव तक नहीं पहुंच सकती थी। तहसीलदार से नाव की व्यवस्था करने को कहा गया। उन्होंने हाथ खड़े कर दिए। नाव की व्यवस्था न होने से स्वास्थ्य टीम रास्ते से वापस चली आई। गांव में बुखार से पीड़ित लोगों का इलाज नहीं हो सका। डा.छत्रपाल ने बताया कि नाव की व्यवस्था न होने से टीम गांव तक नहीं पहुंच सकी। बिना दवा वितरित किए वापस आना पड़ा।