मासूम शिशु को काटने के बावजूद भी नहीं बची माँ

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फर्रुखाबाद: डाक्टर ने आग से झुलसी महिला को बचाने के लिए उसके बच्चे को काट काटकर बाहर निकाला| इसके बावजूद भी महिला को नहीं बचाया जा सका| पुलिस ने महिला के शव का पोस्टमार्टम करवाया|

कन्नौज कोतवाली गुरसहायगंज के ग्राम नदसिंहपुर निवासी इन्द्रेश कुमार पाण्डेय की ३० वर्षीय पत्नी रतनीश की आज सुबह ४:२५ बजे बढपुर स्थित प्राईवेट अस्पताल में मौत हो गयी| रतनीश लखीमपुर सरवती कालोनी निवासी राममूर्ति त्रिवेदी की पुत्री थी| उन्होंने बताया कि मैंने रतनीश का ५ वर्ष पूर्व विवाह किया था उसके दो पुत्रियाँ हैं| मकान बनवाने एवं नगद रुपयों की मांग को लेकर उसे प्रताड़ित किया जा रहा था|

पीड़ित सेवा निवृत वन दरोगा राममूर्ति ने बताया कि दो दिन पूर्व होश आने पर रतनीश ने बताया था कि वह गैस पर चाय बनाने के लिए माचिस उठाने के लिए झुकी थी उसी समय पीछे से मिट्टी तेल डालकर आग लगा दी| आग से बुरी तरह जलने पर रतनीश चीखती हुई पड़ोसी कल्लू के घर जा गिरी| जिन्होंने उसकी आग बुझाई| रतनीश के निकलते समय उसके छप्पर में भी आग लग गयी थी|

बेटी के मरने से पीड़ित बाप ने बताया कि घटना के समय घर पर दामाद इन्द्रेश व उनके बड़े भाई महेंद्र व भाभी निर्मला तीन ही लोग मकान में थे| इन्ही लोगों ने योजना वद्ध तरीके से आग लगाई और प्रचार कर दिया कि रतनीश गैस से झुलसी है| बेटी के मरने के गम में माँ मुन्नी देवी बुरी तरह बिलखती रही|

मुन्नी देवी ने बताया कि बेटी ५ माह की गर्भवती थी| दो दिन पूर्व उसके पेट में बच्चा मर गया| बेटी को बचाने के लिए बच्चे को काट काटकर शरीर से बाहर निकाला गया| रतनीश २६ मई की रात ९ बजे संदिग्ध परिस्थितियों में शत प्रतिशत झुलस गई थी| उसे लोहिया अस्पताल के बाद प्राईवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था| हालत गंभीर होने के कारण उसके बयान दर्ज नहीं हो सके|