रेलवे रोड़ को मॉडल बनानें के सपनें को सियासत का ग्रहण

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद:(दीपक शुक्ला) जनपद के लोगों को रेलवे रोड़ के मॉडल बनानें का सपना दिखाये एक साल का समय गुजर गया | लेकिन सपना अभी सपने में ही है| सपना दिखाने वाले ही नींद से नही जाग पा रहे | इस एक साल में रेलवे रोड़ को मॉडल बनाने के कार्य में जिम्मेदारों नें कितनी जहमत उठाई यह भी सभी को पता है| रेलवे रोड़ पर कछुआ गति से हो रहे नाली निर्माण से व्यापारियों को एक साल में लाखों का नुकसान भी हुआ और अभी कब तक व्यापारी इसे झेलेगा इसका सटीक जबाब किसी के पास नही! रहागिरों को समस्या हो रही सो अलग| मगर क्या किया जाये निर्माण कार्य होनें से हर एक की अपनी-अपनी समस्या| सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था लेकिन विवाद के कुछ चरणों में जैसे ही सियासत की एंट्री हुई तो रेलवे रोड़ नाली निर्माण के पैमाने और मानक ही बदल गये| जिसका लाभ कुछ को मिला और कुछ लोगों की आवाज इस लिए कुचल दी गयी की वह सियासत से सरोकार नही रखते थे! लेकिन जो सियासत के दरबारी हैं उनके उनके दखल से ही निर्माण कार्य में बार-बार ब्रेक लग रहा है| आपको याद होगा की बीते 31 अगस्त 2022 को अतिक्रमण अभियान के दौरान
तत्कालीन नगर मजिस्ट्रेट दीपाली भार्गव नें रेलवे रोड़ के नाली निर्माण के लिए खुदाई का कार्य शुरू कराया था| अब आज 16 सितंबर 2023 आंकड़ो पर गौर करें तो एक साल का समय निर्माण कार्य शुरू हुए हो गया| लेकिन अभी समस्या जस की तस बनी हुई है| जहाँ सियासत का दखल वहां मानक बदल गये और जहाँ कमजोर तो उसके लिए सारे नियम लागू किये गये| यही कारण है की निर्माण अभी तक पूर्ण नही हो पा रहा | नगर पालिका नें लगभग 49 लाख नाली निर्माण के लिए खर्च किये थे | जिसमे डेढ़ फीट गहरी व डेढ़ फीट चौड़ी नाली का निर्माण सड़क के दोनों तरफ कराया जाना था|
दीवाली पर व्यापारियों को फिर दिवाला निकलनें का डर
पिछली दीवाली को भी व्यापारियों को नाली निर्माण के चलते अच्छा खासा नुकसान हुआ था| पिछली दीवाली 24 व25 अक्टूबर को थी| 31 अगस्त 2022 को नाली खुदाई का कार्य शुरू करा दिया गया| जिससे व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ा| इस बार व्यापारियों को उम्मीद थी कि इस बार वह अच्छा व्यापार करेंगे| लेकिन निर्माण कार्य की गति को देखते हुए नही लगता कि दीवाली तक रेलवे रोड़ रोशन हो पायेगी| इस बार 19 सितम्बर को गणेश उत्सव, 15 अक्टूबर को नवरात्र व 13 नवंबर को दीपावली का त्योहार है| जिससे व्यापारियों के माथे पर बल पड़ा हुआ है|
नाली खुदाई से निकलना दूभर
ठेकेदार नें नाली निर्माण हेतु खुदाई करा दी| जिसके बाद बरसात होनें से अब राहगीरों का निकलना मुश्किल हो गया है| जाम की समस्या बनी हुई है| दुकानों पर ग्राहकों का आना कम हो गया है| व्यापारियों नें समय रहते निर्माण कार्य पूर्ण करानें की मांग की है|