सेवा विस्तार के लिए स्वास्थ्य कर्मियों का सड़क पर प्रदर्शन

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) कोविड-19 में आउटसोर्स से जिले में लगा गए 136 स्वास्थ्य कर्मियों की नौकरी 30 जून को समाप्त हो जाएगी। रोजगार जाने से परेशान होकर स्वास्थ्य कर्मियों या एनएमएचम में समायोजित करने की मांग को लेकर कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। ज्ञापन लेने के लिए डीएम के न आने पर स्वास्थ्य कर्मी नाराज हो गए। उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया। चिलचिलाती धूप में खड़े रहने से एक महिला स्वास्थ्य कर्मी को उल्टी होने लगी। इससे वह गश खाकर गिर गई। पानी डाल कर उसको होश में लाया गया। ज्ञापन न लेने तक अस्पताल न जाने की घोषणा करने पर डीएम ने सभी को कार्यालय के अंदर बुलाया और ज्ञापन दिया। इसके बाद स्वास्थ्य कर्मियों ने सीएमओ को भी उनके कार्यालय पहुंच कर ज्ञापन दिया।
कोविड-19 में कोरोरा संक्रमितों की देखभाल करने के लिए राज्य सरकार ने एलटू अस्पताल बनाकर उनमें आउटसोर्स से कर्मचारियों की नियुक्ति की थी। फर्रुखाबाद जिले में 136 कर्मचारी नियुक्ति हुए थे। जो एलटू अस्पताल के अलावा पीकू वार्ड में भी लगाए गए थे। दो साल बाद उनका सेवा विस्तार तीन-तीन माह के लिए किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से नोटिस देकर कहा कि गया कि 30 जून को सेवा समाप्त होने के बाद विस्तार नहीं किया जाएगा। यह राज्य सरकार ने निर्णय लिया है। रोजगार जाने से परेशान स्वास्थ्य कर्मियों ने सोमवार को काम काज ठप कर कलक्ट्रेट में पहुंच कर प्रदर्शन किया।
डीएम ने कुछ लोगों को बुलाकर ज्ञापन ले लिया। इससे अन्य स्वास्थ्य कर्मी नाराज हो गए। उन्होंने कि सभी के सामने डीएम को ज्ञापन लेना चाहिए, अगर वह ज्ञापन नहीं लेते हैं वह प्रदर्शन करते रहे। धूप में प्रदर्शन करने के दौरान स्वास्थ्य कर्मी पूजा सक्सेना को उल्टी होने लगी, इससे वह गश खाकर गिर पड़ी और बेहोश हो गई।। साथियों ने पानी डाल कर उसको होश में लाए। पूजा सक्सेना को लोहिया अस्पताल भेजने के लिए एंबुलेंस मंगाई गई। उसने जाने से मना कर दिया और कहा कि जब तक डीएम सभी के सामने ज्ञापन नहीं लेंगे, वह अस्पताल नहीं जाएगी। डीएम ने सभी को कार्यालय के अंदर बुलाया और ज्ञापन दिया। इसके बाद पूजा सक्सेना को दो लोगों ने पकड़ कर एंबुलेंस में लिटाया और लोहिया अस्पताल भेज दिया गया। इसके बाद सभी कर्मचारी सीएमओ कार्यालय पहुंचे और वहां पर सीएमओ को ज्ञापन दिया। सीएमओ डॉ. अवनींद्र कुमार ने बताया कि कोविड-19 के तहत सभी की भर्ती हुई थी। शासन ने सभी को हटाने का आदेश दिया है। जिस संबंध में नोटिस पहले दे दिया गया है। 30 जून के बाद किसी की संविदा का विस्तार नहीं होगा।