बैंक का घेराव कर मैनेजर की गिरफ्तारी पर अड़े किसान नेता

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) 17 वाहन मालिकों पर 38.60 लाख रुपये का फर्जी तरीके से लोन लिए जाने की दर्ज कराई गई रिपोर्ट के विरोध में किसान नेताओं ने बैंक का घेराव कर प्रदर्शन किया। उन्होंने बैंक मैनेजर की गिरफ्तारी की मांग उठाकर प्रदर्शन किया। इसको लेकर थानाध्यक्ष से किसान नेताओं की नोकझोंक होने लगी। पुलिस के काफी समझाने पर किसान नेता से उठकर विकास भवन स्थित गांधी पार्क में चल रहे धरना स्थल पर चले गए।
श्रीराम फाइनेंस लिमिटेड के कलेक्शन मैनेजर ने 17 वाहन मालिकों के खिलाफ फर्जी अभिलेखों ने वाहनों पर फाइनेंस करा कर करीब 38.60 लाख रुपये हड़पने का मुकदमा दर्ज कराया था। इसको लेकर भारतीय किसान यूनियन भानु गुट के जिलाध्यक्ष नरेंद्र सोमवंशी ने विरोध किया। उन्होंने कहा कि गाड़ी मालिकों से एक दलाल ने कहा था कि उनकी गाड़ियां शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग में 20-20 हजार रुपये पर किराये पर लगा देंगे। इसके लिए गाड़ियों के कागज देंने होंगे। दलाल ने कागजों की फोटो ले ली। बाद में पता चला कि गाड़ी तो किराये पर नहीं लगी, बल्कि एआरटीओ कार्यालय से गाड़ी के डुप्लीकेट आरसी निकलवा कर श्रीराम फाइनेंस से लोन कराया गया। इंडियन ओवरसीज बैंक में सभी किसानों के खाते खुल गए, जबकि गाड़ी मालिक कोई किसान बैंक में खाता खुलवाने नहीं गया। दलाल ने जो कागजों की फोटो कापी ली गई थी, उसी के आधार पर खाता खोल दिया गया। जिनमें लोन के रुपये जाने के बाद निकाल लिए गए। इसकी गाड़ी मालिकों को भनक तक नहीं ली। लोन कराकर रुपये हड़पने में हुए फर्जीवाड़े की जांच कराने के लिए किसान यूनियन ने मांग उठाई, सुनवाई न होने पर जिलाध्यक्ष ने सोमवार से विकास भवन स्थित गांधी पार्क में अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। वह जिलाधिकारी के आने की मांग करते रहे। धरना स्थल पर डीएम के न पहुंचने पर संगठन के पदाधिकारी बबूल दीक्षित कई लोगों को लेकर इंडियन ओवरसीज बैंक शखा फर्रुखाबाद पहुंच गए। बैंक का घेराव कर घोटाले का आरोप लगाकर बैंक मैनेजर की गिरफ्तारी किए जाने की मांग उठाई। बैंक के बाहर किसान नेताओं ने प्रदर्शन किया। इसकी जानकारी मिलने पर कादरीगेट थानाध्यक्ष राजेश राय बैंक पहुंचे और किसानों को प्रदर्शन करने से रोका, इसको लेकर किसान नेताओं की थानाध्यक्ष से नोकझोंक हो गई। किसान नेताओं ने कहा कि किसी घटना की रिपोर्ट लिखने से पहले पुलिस जांच करने के बाद कार्रवाई करने की बात कहती है, लेकिन किसानों के खिलाफ फाइनेंस कंपनी के कलेक्शन मैनेजर की तहरीर देने पर पुलिस ने जांच करना मुनासिब नहीं समझा और सीधे रिपोर्ट दर्ज कर ली। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद भी पुलिस ठीक से जांच नहीं कर रही है। बैंक में किस प्रकार किसानों के खाता खुल गए, खाता खुलने में जो अभिलेख, किसान के हस्ताक्षरों की जांच की जाए। फाइनेंस कंपनी के लोन संबंधी अभिलेखों की जांच की जाए। थानाध्यक्ष ने ठीक से जांच कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद किसान नेता शांत हुए और गांधी पार्क विकास भवन में चल रहे धरना प्रदर्शन पर चले गए। इस दौरान बबलू सोमवंशी, गौरीशंकर, आलोक, सुधाकर, चंद्र किशोर, सर्वेंद्र कुमार समेत अन्य लोग मौजूद रहे।