जीआइसी में छात्रों को बैठने की जगह नहीं, शिक्षकों की भी भारी कमी

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gicफर्रुखाबाद: राजकीय इंटर कालेज फतेहगढ़ में छात्रों के बैठने के लिए स्थान ही नहीं है| स्कूल की प्रत्येक क्लास में 170 -180 के मध्य छात्र भरे हैं| अधिकतम 65-70 छात्र संख्या वाले क्लास रूम में इतने छात्र कैसे बैठते होंगे अंदाजा लगाया जा सकता है| स्कूल में कक्षा 6 से इंटर तक 1800 से अधिक छात्र पंजीकृत हैं| जबकि छात्र संख्या के अनुरूप क्लास रूम उपलब्ध नहीं हैं और जो कक्ष हैं उनमें से कई मरम्मत के आभाव में धराशाई होने की कगार पर पहुँच गये हैं| ऐसे हालात में भी इन कक्षों में क्लास चलाए जा रहे हैं|

राजकीय इंटर कालेज फतेहगढ़ की स्थापना ब्रिटिश काल की है| इस भवन की कई दसकों से मरम्मत तक नहीं हुई है| मरम्मत के आभाव में स्कूल भवन के कई कक्ष पूरी तरह से छतिग्रस्त हो गए है| स्कूल के कई कक्षों की हालत ऐसी हो गई है की रात के समय में कक्ष के अन्दर से आसमान के तारे गिने जा सकते हैं| ऐसे छतिग्रस्त कक्षों को ही बोर्ड परीक्षा के दौरान कोठार के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है| इसी बजह से विगत बोर्ड परीक्षा के दौरान कापियों के बंडल भीग गए थे| जनपद मुख्यालय और डीआइओएस कार्यालय के निकट का स्कूल होने की बजह से बोर्ड परीक्षा सम्बन्धी सभी गतिविधियाँ यहीं से संचालित होती हैं| धरासाई होने की कगार पर पहुँच चुके इस स्कूल पर शासन और प्रशासन की नज़र नहीं है| अब तो हालत ऐसे हो गए हैं की भगवान् जाने स्कूल का कौन सा हिस्सा किस दिन गिर जाएँ| हादसे में के दौरान क्या मंजर होगा कहा नहीं जा सकता| जबकि छमता से कई गुना अधिक छात्र एक एक कक्ष में बैठते हों|

इससे भी खराब हालत यहाँ की शैक्षणिक व्यवस्था की है| स्कूल में छात्रों को पढ़ाने के लिए शिक्षक ही नहीं हैं| 1800 से अधिक छात्र संख्या वाले इस विद्यालय में दो उप प्रधानाचार्य मिलाकर कुल 22 एलटी ग्रेड व प्रवक्ता हैं| हिन्दी और संस्कृत जैसे सामान्य विषय पढ़ाने वाले भी शिक्षक नहीं हैं| स्कूल में एक भी लिपिक की नियुक्ति नहीं होने से यहाँ के कुछ एक शिक्षक तो पूरे दिन कार्यालय सम्बन्धी कार्यों में ही लगे रहते हैं| जिला विद्यालय निरीक्षक भगवत पटेल ने बताया कि अधिक छात्र संख्या को देखते हुए दो अलग अलग पालियों में विद्यालय को चलाने का आदेश दे दिया गया है| एक लिपिक को शीघ्र ही नियुक्ति दे दी जायेगी| अन्य समस्याओं के लिए शासन को लिखा जा रहा है|