सजावट सीखने से बेकार वस्तुओ की भी हो जाती है कीमत

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sansar bhartiफर्रखाबाद: संस्कार भारती की कार्यशाला में हस्त कला का प्रशिक्षण दिया गया जिसमे छात्राओं को बिभिन्य सजवटो के बारे में जानकारी दी गयी| जिसमे उन वस्तुओ के बारे में बिशेष प्रशिक्षण दिया गया जो घरो की सजावटो में मुख्य रूप से काम आती है|
कार्यशाला में डोरीवर्क, जूट वर्क, शो पीस,आदि का विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया गया|sansar bharti 2 हस्त कला की प्रशिक्षिका इला भारती ने बताया कि हस्त कला द्वारा निर्मित वस्तुए मुख्य रूप से घरो में सजावट के लिए प्रयोग होती है| इन्हे निर्मित करने में वह पुरानी कबाड़ा वस्तुओ का प्रयोग किया जा सकता है जिन्हें हम बेकार समझ कर फेक देते है|
संयोजक अभिनव सक्सेना ने बताया कि प्रशिक्षिका निरंतर सात वर्षो से कार्यशाला में हस्तकला का प्रशिक्षण दे रही है| जिससे छात्र-छात्राओ की रूचि भी हस्त कला की तरफ बढ़ी है |
इस दौरान दीपक रंजन, अरविन्द दीक्षित, डॉ सर्वेश श्रीवास्तव, सुरेन्द्र पाण्डेय, अनुपम सक्सेना, राधेश्याम मिश्रा, महेश वर्मा, अनुभव सारस्वत आदि लोग मौजूद रहे|