फर्रुखाबाद: एएसडीएम रवींद्र वर्मा के द्वारा की गयी जांच में बाल विकास परियोजना अधिकारी कमलेश कुमारी पर अवैध वसूली एवं अपूर्ण कार्यालय भवन का हस्तांतरित कर लेने की जांच में आरोप काफी हद तक सही पाए गए हैं। श्री वर्मा ने बताया कि जांच में मिले साक्ष्यों के आधार पर बाल विकास परियोजना अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की जा रही है।
अवैध वसूली और अपूर्ण भवन हस्तांतरित करने का मामला
विदित है कि विकास खंड बढपुर की बाल विकास परियोजना अधिकारी कमलेश कुमारी के विरुद्ध अनेकों शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिनके क्रम में उनके विरुद्ध जिलाधोकारी ने एसडीएम रवीन्द्र वर्मा को जांच सौंपी थी। जांच के दौरान कार्यकत्रियों ने बाल विकास परियोजना अधिकारी के खिलाफ पुष्टाहार वितरण में वसूली करने की पुष्टि की थी। आँगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भर्ती में भी धांधली की पुष्टि हुई है। कार्यकत्री पद हेतु जमा किये गए आवेदनपत्रों की रिसीविंग का ब्योरा भी नहीं बनाया गया है। जांच अधिकारी ने माना कि रिसीविंग रजिस्टर न बनाने से आवेदनपत्रों को इधर-उधर किये जाने व गायब किये जाने का भी मामला हो सकता है। बाल विकास परियोजना कार्यालय का भवन निर्माण अपूर्ण होते हुए भी भवन का हस्तांतरण कर लेने की भी पुष्टि हुई है। अपर उप जिलाधिकारी सदर रवींद्र वर्मा ने बताया कि जांच पूरी कर ली गयी है, बाल विकास परियोजना अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति कर जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी जायेगी।