लखनऊ: कोरोना वायरस के प्रकोप को फैलने से रोकने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की सभी अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को पूरी तरह सील करने का निर्देश दिया है। उप्र की सीमाएं पड़ोस के सात राज्यों से लगती हैं। वहीं नेपाल के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा है। उन्होंने एक उत्कृष्ट और स्थायी डिजास्टर कंट्रोल रूम स्थापित करने के लिए कहा, ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटा जा सके। यह कंट्रोल रूम प्रदेश में निरंतर सजगता से निगरानी करेगा और किसी भी आपदा की स्थिति की सूचना तत्काल शासन को उपलब्ध कराएगा। इस कंट्रोल रूम से ‘102’, ‘108’, ‘112’ जैसी सेवाएं भी लिंक की जाएंगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को अपने सरकारी आवास पर लॉकडाउन की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने लॉकडाउन से उत्पन्न स्थिति से प्रभावित दिहाड़ी मजदूरों, दैनिक कामगारों और पेंशन योजना के लाभार्थियों को दी जाने वाली राहत से जुड़ी व्यवस्था की भी समीक्षा की। योगी ने सूबे के विभिन्न जिलों में अन्य प्रदेशों से आने वाले यात्रियों को बसों से उनके गंतव्य तक पहुंचाने का निर्देश दिया। विभिन्न राज्यों व जिलों में पड़ने वाले छात्रों और नौकरीपेशा लोगों को अपने क्षेत्रों में ही रुकने के लिए कहा ताकि एक साथ बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही रुक सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को अन्य आवश्यक वस्तुओं, दूध, फल-सब्जियों तथा दवाइयों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। आवश्यकता पड़ने पर पीआरवी 112 के वाहनों का उपयोग सप्लाई में करने का सुझाव दिया। अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि आवश्यक वस्तुओं के दाम हर हाल में स्थिर रहें। लॉकडाउन प्रभावित जिलों में निर्बाध विद्युत और जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ ही साफ-सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। लॉकडाउन में असहयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा।
आपदा की स्थिति से निपटने के लिए एक इंटीग्रेटेड व्यवस्था बनाने के साथ उन्होंने सभी जिलों में चिकित्सा से जुड़ी आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता करने का निर्देश दिया। इसके लिए एनआरएचएम फंड का उपयोग करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इमरजेंसी उपकरण, मास्क, दसताने, अन्य आवश्यक चिकित्सकीय वस्तुओं की आपातकालीन क्रय प्रक्रिया के बारे में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा से जानकारी ली और इस संबंध में दिशानिर्देश दिए। उन्होंने कमेटी गठित कर प्रक्रिया तय कर शीघ्रता से आवश्यक खरीद करने के निर्देश दिए। खरीद के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी गठित करने के लिए कहा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चिकित्सा कर्मियों, प्रभावित मरीजों के परिवार वालों को एन-95 मास्क उपलब्ध कराने के लिए इनकी व्यवस्था शीघ्र सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। एन-95 मास्क की कालाबाजारी, ओवर रेटिंग तथा नकली मास्क की बिक्री हर हाल में रोकने का निर्देश दिया। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।श्रम, नगर विकास तथा ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों को सभी पात्र लोगों के बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से सहायता राशि उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वृद्धावस्था, निराश्रित महिला तथा दिव्यांगजन पेंशन योजनाओं से आच्छादित लाभार्थियों के खातों में अग्रिम धनराशि भेज दी जाए। खाद्य विभाग को निर्देशित किया कि सभी राशन की दुकानों में खाद्यान्न की पर्याप्त उपलब्धता रहे। राशन की हर दुकान पर साफ-सफाई के साथ ही, साबुन व सैनिटाइजर की व्यवस्था अवश्य हो।
मास्क का अनावश्यक उपयोग न हो
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी मंडलायुक्तों, डीएम, एसएसपी/एसपी से कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम के लिए उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा है कि मास्क के अनावश्यक उपयोग को रोकने के लिए जागरूकता बढ़ाई जाए और कोरोना के संदेहास्पद केसों में ही जांच की जाए। मुख्यमंत्री ने सोमवार रात पांच कालीदास मार्ग स्थित आवास पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों से कहा कि लोगों को घरों में ही रहने के लिए प्रेरित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवहन विभाग की सेवाएं अभी रद रहेंगी, लेकिन जरूरत पड़ने पर डीएम परिस्थितियों के अनुरूप निर्णय लें। दूसरे राज्यों की बसों को प्रवेश न दिया जाए। स्टेशन व बस अड्डों पर पर्याप्त संख्या में थर्मल स्कैनर उपलब्ध कराए जाए। कोरोना वायरस के रोकथाम व इलाज के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चत कराने का निर्देश भी दिया। लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में अधिक से अधिक जागरूक किया जाए।