फर्रुखाबाद:(दीपक-शुक्ला) नगर पालिका में हुए करोड़ो के काले कारनामों के खेल की खबर जेएनआई पर प्रकाशित होने के बाद से नगर पालिका से लेकर जिला मुख्यालय तक हडकंप मचा है| वही 19 लिपिकों का पटल पहले की बदला जा चुका है| जिलाधिकारी मोनिका रानी ने भी मामले को गम्भीरता से लेते हुए जाँच के लिये एडीएम की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है| क्योंकि सीएम कार्यालय ने भी मामले में जल्द से जल्द जाँच करने और दोषियों पर कार्यवाही करने का आदेश डीएम को जारी कर दिया है| यदि जाँच में कमेटी ने ईमानदारी को हथियार बनाया तो कई छोटे से बड़े दिग्गजों का गला फंसने की सम्भावना बढ़ गयी है| देखें मुख्य किन कामों में पालिका ने किया कारनामा—-
6 जनवरी को हुई बोर्ड की बैठक के वो प्रस्ताव जिनमे खेल हुआ
बीते 6 जनवरी को पालिका में बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव संख्या 26 वार्ड 10 आवास विकास सेक्टर 1 में करन सिंह राठौर से फूलचन्द्र वर्मा तक नाली इंटरलॉक निर्माण कार्य, प्रस्ताव संख्या 10 वार्ड 10 आवास विकास सेक्टर 6 ए किलकारी पार्क में नाली सड़क इंटरलॉक निर्माण कार्य वजट 12333000.00 रूपये, प्रस्ताव 11 वार्ड 10 मोहल्ला आवास विकास सेक्टर 6 ए में भगत सिंह पार्क में नाली सड़क इंटर लॉक कार्य वजट 1025000.00 रूपये, प्रस्ताव संख्या 12 वार्ड 10 मोहल्ला आवास विकास सेक्टर 6/238 से लेकर जितेन्द्र सिंह सोमबंशी वाला पार्क में नाली सड़क इंटरलॉक निर्माण कार्य 715000.00 रूपये, प्रस्ताव संख्या 13 वार्ड 10 आवास विकास सेक्टर 6 में 6/125 एचएम कटियार वाले पार्क में नाली सड़क इंटरलॉक निर्माण कार्य वजट-627000.00 रूपये,प्रस्ताव संख्या 14 वार्ड 10 मोहल्ला आवास विकास सेक्टर 6/102 फूल सिंह वर्मा वाला पार्क मे नाली सड़क इंटर लॉक निर्माण कार्य वजट 597000.00 रूपये, प्रस्ताव संख्या-15 वार्ड 15 आवास विकास सेक्टर 6/151 एवरन पाल वाला पार्क में नाली सड़क इंटर लॉक निर्माण कार्य 654000.00 रूपये, प्रस्ताव-16 वार्ड 10 आवास विकास सेक्टर 6/155 में सीपी शर्मा वाला पार्क में नाली सड़क इंटरलॉक निर्माण कार्य 578000.00 रूपये, प्रस्ताव-17 आवास विकास वार्ड 10 में सेक्टर 6/174 रवि शंकर चौहान वाला पार्क में नाली सड़क इंटरलॉक निर्माण 608000.00 रूपये, प्रस्ताव 18 आवास विकास वार्ड 10 सेक्टर 6 में गुड्डू तिवारी वाला पार्क में नाली सड़क इंटरलॉक निर्माण 662000.00 रुपये, प्रस्ताव 19 आवास विकास वार्ड 10 सेक्टर 6 में अटल शुक्ला वाला पार्क में नाली सड़क इंटरलॉक निर्माण कार्य वजट 630000.00 रूपये, प्रस्ताव 20 आवास विकास वार्ड 10 मोहल्ला आवास विकास सेक्टर 1 में सपा के पूर्व मंत्री सतीश दीक्षित के पीछे शक्ति प्रसाद वाथम वाला पार्क में नाली सड़क इंटरलॉक निर्माण कार्य वजट 560000.00 रूपये,प्रस्ताव 21 में वार्ड नम्बर 10 मोहल्ला आवास विकास सेक्टर 1 में सतीश दीक्षित के पीछे 1/610 प्रेमपाल से सनी सक्सेना के मकान तक ( पीपल वाला पार्क) नाली सड़क इंटरलॉक निर्माण कार्य वजट 374000.00 रुपये, प्रस्ताव 22 आवास विकास वार्ड नम्बर 10 सेक्टर 1 में आरडी मेमोरियल स्कूल के बगल वाला पार्क में नाली सड़क इंटर लॉक निर्माण कार्य वजट 679000.00 रूपये , प्रस्ताव 23 आवास विकास वार्ड 10 में सेक्टर 5 में मकान नम्बर 5/189 अश्वनी भदौरिया वाला पार्क में नाली सड़क इंटरलॉक निर्माण कार्य वजट 1239000.00 रूपये, प्रस्ताव संख्या 24 आवास विकास सेक्टर पांच में कृष्णा मैरिज हाल वाला पार्क में नाली सड़क इंटर लॉक निर्माण कार्य वजट 753000.00 रूपये,प्रस्ताव 25 आवास विकास में वार्ड 10 सेक्टर 1 में 1/457 में संदीप वर्धन वाला पार्क में नाली सड़क इंटर लॉक निर्माण कार्य वजट 561000.00 रूपये का प्रस्ताव पास हुए थे|
वही इसके बाद 23 जून को जो सदन की बैठक हुई उसमे भी इन्ही प्रस्तावों को तोड़ मरोड़ कर पेश कर दिया गया| और काले कारनामों का गेंग उसमे कामयाब भी हो गया| 23 जून को बैठक में इन्ही प्रस्तावों को पुन: पेश किया गया| जो प्रस्ताव संख्या 83 से प्रस्ताव संख्या 100 तक है| इसमे प्रस्ताव 99 शामिल नही है|
पालिका के काले कारनामों की यह एक नमूना है| जेएनआई के पास अन्य कई मामलों के अभिलेख उपलब्ध है| जिसमे पालिका व डुंडा ने एक ही सड़क पर अपना-अपना पैसा निकाल लिया| फ़िलहाल जिलाधिकारी मोनिका रानी से इस सम्बन्ध में समाचार प्रकाशित होने के बाद सांसद प्रतिनिधि दिलीप भारद्वाज ने शिकायत भी की थी| उन्होंने कार्यवाही की मांग भी की| इसके साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यालय से भी जिलाधिकारी को जाँच करने के आदेश दिये गये है| वही डीएम ने एक 6 सदस्यों की एक कमेटी गठित कर दी है| कमेटी को पूरे मामले की जाँच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है| कमेटी एडीएम न्यायिक की अध्यक्षता में बनी है| जिसमें लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता, एसडीएम सदर (प्रभारी ईओ),वरिष्ठ कोषाधिकारी, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन और परियोजनाधिकारी डूंडा कमेटी के सदस्य है| अब जाँच में किसकी गर्दन फंसेगी यह तो कमेटी की रस्सी ही तय करेगी|
मेरा मुन्सिफ ही मेरा कातिल मेरे हक में फैसला क्या देगा!
कमेटी में जिस विभाग के खिलाफ जाँच उसी को जाँच कमेटी का सदस्य बना दिया गया है| जिसमे एसडीएम सदर (प्रभारी ईओ) व परियोजनाधिकारी डूंडाको कमेटी का सदस्य बनाया जाना किसी के भी गले नही उतरा है| कमेटी में इन्ही दोनों विभागों के खिलाफ जाँच होनी है| यह देखकर किसी कवि की चंद लाइनें याद आ गयी| की मेरा मुन्सिफ (जज) ही मेरा कातिल है, ,मेरे हक में फैसला क्या देगा|