सुसाइड प्वाइंट: घटियाघाट गंगा तट पर जाल लगाये जाने की मांग

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फर्रुखाबाद: सुसाइड प्वाइंट बन चुके घटियाघाट पर फिर शनिवार को एक वृद्व ने गंगा में कूदकर जान देने की कोशिश की। जिससे आशंकित नगर वासियों ने प्रशासनिक अधिकारियों से मांग की कि घटियाघाट गंगा में जाल लगाया जाना चाहिए। जिससे सुसाइड की घटनाओं में हो रही वृद्वि पर अंकुश लगाया जा सकता है।

बीते एक माह से लगभग हर तीसरे दिन किसी न किसी के गंगा में कूद जाने की घटनायें होती रहीं हैं, जिनमें से अधिकांश के चलते शव तक बरामद नहीं किये जा सके। शव न मिलने से आक्रोषित मृतकों के परिजनों सहित अन्य नगरवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि गंगा पुल घटियाघाट पर जाल लगाया जाना चाहिए।

घटियाघाट निवासी गौरव गुप्ता का कहना है कि बीते दिनों से गंगा पुल से कूदकर आत्महत्या करने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी होती जा रही है लेकिन प्रशासन कानों को बंद किये घटनाओं के बारे में सुन तक नहीं रहा है। जिससे गौरव गुप्ता का कहना है कि यदि प्रशासन द्वारा गंगा में जाल लगा दिया जाये तो पहले तो लोग गंगा में नहीं कूदेंगे यदि कूदेंगे भी तो जाल में कम से कम उनके शवों को तो खोजा जा सकता है।

सोताबहादुरपुर निवासी संजीव गुप्ता का कहना है कि यह प्रशासन की लापरवाही नहीं कहेंगे तो और क्या बीते दिनों संदीप सक्सेना अपनी पुत्रियों के साथ गंगा में कूद गया जिनके आज तक प्रशासन द्वारा शव तक बरामद नहीं किये जा सके। वहीं गंगा में कूद पंचायत मिश्र आलोक कुमार का भी शव  नहीं ढूंढा जा सका। जनपद के उच्चाधिकारी भी घटना स्थल पर आये और वापस हो गये। लेकिन किसी ने भी कोई कारगर उपाय नहीं किया। जिससे कि आगे आने वाले दिनों में गंगा तट से कूदने वाले लोगों को डूबने से बचाया जा सके।

पुरानी घटिया निवासी प्रमोद व दृगपाल का कहना है कि यह प्रशासन के लिए अत्यंत निंदनीय है कि गंगा में डूबने वाले व्यक्तियों के परिजनों के दिलों पर क्या गुजरती होगी। उस मां के ऊपर क्या गुजरती होगी जिसने अपने दो बेटे संदीप सक्सेना व गौरव सक्सेना के अलावा दो नातिनें भी गंगा में समां गयीं और उनके शव तक उसे देखने को नहीं मिले। लेकिन प्रशासन ने इसके लिए आज तक कोई कारगर उपाय नहीं किया। उन्होंने कहा कि यदि घटियाघाट पुल के नीचे गंगा में जाल लगा दिया जाये तो गंगा में कूदने वालों के कम से कम शव तो बरामद किये ही जा सकते हैं।