बोरिंग प्रमाण-पत्र को लेकर किसानों का ब्लाक कार्यालय पर हंगामा

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फर्रुखाबाद: विकास खंड कमालगंज के लगभग दो दशक तक डार्क रहने के बाद अब “ग्रे” जोन में आने के बाद आज कल इस ब्लाक में किसानों में बोरिंग कराने की होड़ लग गयी है। ट्यूबवेल के लिये विद्युत कनेक्शन लेने के लिये ब्लाक कार्यालय से बोरिंग हो जाने का प्रमणपत्र लेना अनिवार्य होता है। बोरिंग प्रमाणपत्र मिलने से नराज ग्रामीणों ने गुरुवार को ब्लाक कार्याल पर जमकर हंगामा काटा।

जनपद को भूजल विभाग विभाग द्वारा हाल ही में “ग्रे-जोन” घोषित किया गया है। विगत लगभग दो दशको से बोरिंग के लिये तरस रहे किसानों में इस आदेश के बाद अपना ट्यूबवेल लगाने के लिये होड़ मच गयी है। ट्यूब वेल के लिये विद्युत विभाग से कनेक्शन प्राप्त करने के लिये किसानों को वैसे भी पापड़ बेलने पड़ते हैं। इसमें एक अनिवार्यता लघुसिंचाई विभाग के ब्लका स्तरीय अधिकारी से बोरिंग पूर्ण हो जाने का प्रामण पत्र भी है। अचानक आवेदकों की भीड़ बढ़ जाने के कारण आवेदनों के लंबित रहने की शिकायतें भी आ रहीं थी। जबकि किसानों का आरोप है कि प्रमाणपत्र के नाम पर उनसे अवैध वसूली की मांग की जा रही है। गुरुवार को लगभग एक दर्जन से अधिक किसानों ने कमालगंज ब्लाक कार्यालय पहुंच कर हंगामा काटा। इस दौरान किसानों की बोरिंग टेक्नीशियन सुधीर हजेला से कहा सुनी भी हुई।

लघु सिंचाई विभाग के अवर अभियंता सुमित डंग ने बताया कि बोरिंग टक्नीशियन सुधीर हजेला के पास कायमगंज के अतिरिक्त कमालगंज का भी चार्ज है। बोरिंग प्रमाण पत्रों के लिये अचानक वढ़े आवदेनों के कारण समस्या आ रही है। प्रमाणपत्र जारी किये जाने से पहले साइट का भौतिक निरीक्षण कर टेक्निकल रिपोर्ट बनानी होती है। उन्होंने बताया कि अवैध वसूली की शिकायत उनको नहीं मिली है।