माला के नामांकन में वकीलों की नारेबाजी, सलमा समर्थकों ने दिखाई सत्ता की हनक

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फर्रुखाबाद: नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए नामांकन में भाजपा समर्थित प्रत्याशी माला पारिया के साथ नामांकन कराने पहुंचे अधिवक्ताओं के हुजूम को देखकर नगर मजिस्ट्रेट भगवानदीन वर्मा अधिवक्ताओं को बाहर जाने को कहने लगे। बाहर निकलकर वकीलों ने नारेबाजी की। वहीं सपा समर्थित प्रत्याशी सलमा अंसारी के साथ पहुंचे चंद सपाइयों ने सत्ता की हनक दिखा ही दी। उन्होंने नगर मजिस्ट्रेट न्यायालय के गेट पर बैठे सुरक्षाकर्मियों पर दबाव बनाते हुए कहा कि यह सपा की प्रत्याशी हैं और किसी समर्थक को बाहर न रोका जाये।

नगर मजिस्ट्रेट न्यायालय कक्ष नामांकन कराने पहुंचे संजीव पारिया व उनकी पत्नी माला पारिया के साथ सैकड़ों अधिवक्ता व उनके समर्थक मौजूद थे। इसके बावत नगर मजिस्ट्रेट झल्ला उठे और उन्होंने पहले संजीव पारिया से कहप कि वे अपने समर्थकों को बाहर जाने को कहें। लेकिन अधिवक्ताओं ने न ही अपने नेता की सुनी और न ही नगर मजिस्ट्रेट की जिससे थोड़ी देर के लिए नामांकन में व्यवधान उत्पन्न हुआ। बाद में वकीलों ने बाहर निकल कर नामांकन कक्ष के बाहर माला पारिया के पक्ष में जमकर नारेबाजी की।

वहीं समाजवादियों ने सलमा के नमांकन में पुलिस वालों पर खूब रौब झाड़ा। पुलिसकर्मी बेचारे सत्ता की बात सुनकर ही सहम गये। गेट पर बैठे एक दरोगा जोकि किसी कारण अपनी कुर्सी छोड़कर खड़ा हो गया था तो उस पर एक सपाई ने कब्जा जमा लिया। बेचारे दरोगा जी जब लौटे तो देखा कि कुर्सी पर कोई बैठा है। उन्होंने हटने को कहा तो सपाई ने हटने से इंकार कर दिया और कहा कि वह सपा का कार्यकर्ता है। इस पर दरोगा जी खामोश हो गये और एक किनारे जाकर खड़े हो गये। इतना सब कुछ देखकर दूसरे लोगों ने उस सपा कार्यकर्ता से कहा कि दरोगा जी को बैठने दो, तब जाकर कहीं उसने कुर्सी छोड़ी।